नायलॉन 6: Difference between revisions
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:बहुलक]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:कार्बनिक रसायन]] | [[Category:बहुलक]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:कार्बनिक रसायन]] | ||
बहुलक या पाॅलीमर (polymer) बहुत अधिक अणुभार वाला कार्बनिक यौगिक है। यह सरल अणुओं जिन्हें मोनोमर कहा जाता है, के बहुत अधिक इकाईयों के बहुलकीकरण से प्राप्त होता है। बहुलक में एक ही प्रकार की अनेक आवर्ती संरचनात्मक इकाईयाँ अर्थात मोनोमर होते हैं जो सह संयोजी बन्ध (कोवैलेन्ट बॉण्ड) से आपस में जुड़े होते हैं। इस क्रिया को बहुलकीकरण कहते हैं। | |||
बहुलक शब्द की उत्पत्ति दो ग्रीक शब्दों 'पॉली' अर्थात अनेक और मर अर्थात इकाई अथवा भाग से हुई है बहुलकों का अणुभार बहुत उच्च होता है जिनका द्रव्यमान बहुत अधिक होता है उसे बृहदणु भी कहा जाता है ये कई मोनोमर इकाइयों के आपस में जुड़ने से बनते हैं ये सभी इकाइयां एक दूसरे से सहसहयोजक बंधों द्वारा जुडी होती हैं। | |||
=== उदाहरण === | |||
सेल्यूलोज, लकड़ी, रेशम, त्वचा, रबर आदि। | |||
== नायलॉन 6 == | |||
नायलॉन 6, जिसे पॉलिएमाइड 6 के रूप में भी जाना जाता है, यह एक सिंथेटिक बहुलक है जो पॉलियामाइड के परिवार से संबंधित है। इसके अनुकूल गुणों के कारण इसका उपयोग सामान्यतः विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है। यह कैप्रोलैक्टम को जल के साथ उच्च ताप पर गर्म करके प्राप्त किया जाता है यह एक संघनन बहुलक है। | |||
नायलॉन 6 के संश्लेषण में कैप्रोलैक्टम का बहुलकीकरण किया जाता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है। नायलॉन 6 के निर्माण का रासायनिक समीकरण इस प्रकार है: | |||
कैप्रोलैक्टम → नायलॉन 6 | |||
<chem>NH-CO-CH2-CH2-CH2-CH2-CH2 ->[533K -543K/H2O] [-CO-(CH2)5-NH-]</chem> | |||
== आणविक संरचना == | |||
नायलॉन 6 एक पॉलिएमाइड है, जिसका अर्थ है कि इसकी आणविक संरचना में कई मोनो एमाइड के आपस में मिलने से बनता है। यह कैप्रोलैक्टम के बहुलकीकरण द्वारा बनता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है। | |||
=== गुण === | |||
* यांत्रिक गुण: नायलॉन 6 अपनी उच्च तन्यता के लिए जाना जाता है। | |||
* थर्मल गुण: इसमें अपेक्षाकृत उच्च गलनांक होता है, जो इसे उच्च तापमान का सामना करने की अनुमति देता है। | |||
* रासायनिक प्रतिरोध: नायलॉन 6 कई रसायनों के प्रति प्रतिरोधी है, जो इसे विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है। | |||
=== अनुप्रयोग === | |||
'''कपड़ा:''' नायलॉन 6 का व्यापक रूप से कपड़ा उद्योग में कपड़े, होजरी और कालीन सहित कपड़े के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है। | |||
'''इंजीनियरिंग प्लास्टिक:''' इसकी उच्च यांत्रिक शक्ति नायलॉन 6 को गियर, बीयरिंग और अन्य घटकों के उत्पादन में उपयोग किए जाने वाले इंजीनियरिंग प्लास्टिक के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाती है। | |||
'''फिलामेंट्स और फाइबर:''' अपनी मजबूती और लोच के कारण, नायलॉन 6 का उपयोग ब्रश और ब्रिसल्स जैसे अनुप्रयोगों के लिए फिलामेंट्स और फाइबर का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* नायलॉन 6 से आप क्या समझते हैं ? | |||
* बहुलक से आप क्या समझते है ? | |||
* बहुलक कितने प्रकार के होते हैं ? | |||
* प्राकृतिक बहुलक को उदाहरण समझिये। |
Revision as of 20:16, 29 December 2023
बहुलक या पाॅलीमर (polymer) बहुत अधिक अणुभार वाला कार्बनिक यौगिक है। यह सरल अणुओं जिन्हें मोनोमर कहा जाता है, के बहुत अधिक इकाईयों के बहुलकीकरण से प्राप्त होता है। बहुलक में एक ही प्रकार की अनेक आवर्ती संरचनात्मक इकाईयाँ अर्थात मोनोमर होते हैं जो सह संयोजी बन्ध (कोवैलेन्ट बॉण्ड) से आपस में जुड़े होते हैं। इस क्रिया को बहुलकीकरण कहते हैं।
बहुलक शब्द की उत्पत्ति दो ग्रीक शब्दों 'पॉली' अर्थात अनेक और मर अर्थात इकाई अथवा भाग से हुई है बहुलकों का अणुभार बहुत उच्च होता है जिनका द्रव्यमान बहुत अधिक होता है उसे बृहदणु भी कहा जाता है ये कई मोनोमर इकाइयों के आपस में जुड़ने से बनते हैं ये सभी इकाइयां एक दूसरे से सहसहयोजक बंधों द्वारा जुडी होती हैं।
उदाहरण
सेल्यूलोज, लकड़ी, रेशम, त्वचा, रबर आदि।
नायलॉन 6
नायलॉन 6, जिसे पॉलिएमाइड 6 के रूप में भी जाना जाता है, यह एक सिंथेटिक बहुलक है जो पॉलियामाइड के परिवार से संबंधित है। इसके अनुकूल गुणों के कारण इसका उपयोग सामान्यतः विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है। यह कैप्रोलैक्टम को जल के साथ उच्च ताप पर गर्म करके प्राप्त किया जाता है यह एक संघनन बहुलक है।
नायलॉन 6 के संश्लेषण में कैप्रोलैक्टम का बहुलकीकरण किया जाता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है। नायलॉन 6 के निर्माण का रासायनिक समीकरण इस प्रकार है:
कैप्रोलैक्टम → नायलॉन 6
आणविक संरचना
नायलॉन 6 एक पॉलिएमाइड है, जिसका अर्थ है कि इसकी आणविक संरचना में कई मोनो एमाइड के आपस में मिलने से बनता है। यह कैप्रोलैक्टम के बहुलकीकरण द्वारा बनता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है।
गुण
- यांत्रिक गुण: नायलॉन 6 अपनी उच्च तन्यता के लिए जाना जाता है।
- थर्मल गुण: इसमें अपेक्षाकृत उच्च गलनांक होता है, जो इसे उच्च तापमान का सामना करने की अनुमति देता है।
- रासायनिक प्रतिरोध: नायलॉन 6 कई रसायनों के प्रति प्रतिरोधी है, जो इसे विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है।
अनुप्रयोग
कपड़ा: नायलॉन 6 का व्यापक रूप से कपड़ा उद्योग में कपड़े, होजरी और कालीन सहित कपड़े के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है।
इंजीनियरिंग प्लास्टिक: इसकी उच्च यांत्रिक शक्ति नायलॉन 6 को गियर, बीयरिंग और अन्य घटकों के उत्पादन में उपयोग किए जाने वाले इंजीनियरिंग प्लास्टिक के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाती है।
फिलामेंट्स और फाइबर: अपनी मजबूती और लोच के कारण, नायलॉन 6 का उपयोग ब्रश और ब्रिसल्स जैसे अनुप्रयोगों के लिए फिलामेंट्स और फाइबर का उत्पादन करने के लिए किया जाता है।
अभ्यास प्रश्न
- नायलॉन 6 से आप क्या समझते हैं ?
- बहुलक से आप क्या समझते है ?
- बहुलक कितने प्रकार के होते हैं ?
- प्राकृतिक बहुलक को उदाहरण समझिये।