अनुमानित निर्णय: Difference between revisions
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
कन्जंक्चर (अंग्रेजी में), विज्ञान विषय में उपयोग में आने वाला ऐसा शब्द है जो वैज्ञानिक सोच में अनुमानित निर्णय (चालू भाषा में :अटकल) को इंगित करता है। यहाँ ये ध्यान में रखना आवश्यक है की ,अनुमान एक विचार है, परिकल्पना एक अनुमान है, जिसे प्रयोग या अवलोकन द्वारा परीक्षण किया जा सकता है, और आम सहमति तब उभरती है जब अन्य इच्छुक सहकर्मी सहमत होते हैं कि साक्ष्य एक परिकल्पना का समर्थन करता है जिसका व्याख्यात्मक मूल्य है। यह मूल्य वास्तव में भी हो सकता है अथवा परिलक्षित भी हो सकता है। | कन्जंक्चर (Conjuncture in English अंग्रेजी में :कन्जंक्चर), विज्ञान विषय में उपयोग में आने वाला ऐसा शब्द है जो वैज्ञानिक सोच में अनुमानित निर्णय (चालू भाषा में :अटकल) को इंगित करता है। यहाँ ये ध्यान में रखना आवश्यक है की ,अनुमान एक विचार है, परिकल्पना एक अनुमान है, जिसे प्रयोग या अवलोकन द्वारा परीक्षण किया जा सकता है, और आम सहमति तब उभरती है जब अन्य इच्छुक सहकर्मी सहमत होते हैं कि साक्ष्य एक परिकल्पना का समर्थन करता है जिसका व्याख्यात्मक मूल्य है। यह मूल्य वास्तव में भी हो सकता है अथवा परिलक्षित भी हो सकता है। | ||
सामान्य बोलचाल के विपरीत, जहां एक सिद्धांत "एक प्रस्तावित स्पष्टीकरण है जिसकी स्थिति अभी भी अनुमानित हो सकती है," एक वैज्ञानिक सिद्धांत तब तक केवल अनुमान है, जब तक कि उस सिद्धांत में प्रस्तुत तथ्यों का प्रयोगात्मक रूप से परीक्षण नहीं किया जा चुका हो। | सामान्य बोलचाल के विपरीत, जहां एक सिद्धांत "एक प्रस्तावित स्पष्टीकरण है जिसकी स्थिति अभी भी अनुमानित हो सकती है," एक वैज्ञानिक सिद्धांत तब तक केवल अनुमान है, जब तक कि उस सिद्धांत में प्रस्तुत तथ्यों का प्रयोगात्मक रूप से परीक्षण नहीं किया जा चुका हो। |
Latest revision as of 15:08, 15 February 2023
कन्जंक्चर (Conjuncture in English अंग्रेजी में :कन्जंक्चर), विज्ञान विषय में उपयोग में आने वाला ऐसा शब्द है जो वैज्ञानिक सोच में अनुमानित निर्णय (चालू भाषा में :अटकल) को इंगित करता है। यहाँ ये ध्यान में रखना आवश्यक है की ,अनुमान एक विचार है, परिकल्पना एक अनुमान है, जिसे प्रयोग या अवलोकन द्वारा परीक्षण किया जा सकता है, और आम सहमति तब उभरती है जब अन्य इच्छुक सहकर्मी सहमत होते हैं कि साक्ष्य एक परिकल्पना का समर्थन करता है जिसका व्याख्यात्मक मूल्य है। यह मूल्य वास्तव में भी हो सकता है अथवा परिलक्षित भी हो सकता है।
सामान्य बोलचाल के विपरीत, जहां एक सिद्धांत "एक प्रस्तावित स्पष्टीकरण है जिसकी स्थिति अभी भी अनुमानित हो सकती है," एक वैज्ञानिक सिद्धांत तब तक केवल अनुमान है, जब तक कि उस सिद्धांत में प्रस्तुत तथ्यों का प्रयोगात्मक रूप से परीक्षण नहीं किया जा चुका हो।
एक अनुमान और एक प्रमेय के बीच अंतर
यदि इसे प्रमाण की आवश्यकता है, तो यह एक अनुमान है। एक कथन जो स्वयंसिद्धों पर आधारित तर्कों द्वारा सिद्ध किया गया है, एक प्रमेय है। उदाहरण के लिये ज्यामिति में पाइथागोरस का प्रमेय स्वयं सिद्ध है (जहाँ एक समकोण त्रिभुज के आकार और आकृति के बीच का गणितीय सम्बन्ध को अनुपातिय रूप दे कर उस त्रिभुज के भुजाओं के पारस्परिक सम्बद्ध को नियमरूप में ढाला गया है )