फास्फोरस के ऑक्सी अम्ल: Difference between revisions

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फास्फोरस अनेक ऑक्सी अम्ल बनाता है। कुछ ऑक्सी अम्ल निम्न लिखित हैं:
{| class="wikitable"
|+
!नाम
!सूत्र
!फॉस्फोरस की ऑक्सीकरण अवस्था
!विरचन
|-
|हाइपोफॉस्फोरस
|H<sub>3</sub>PO<sub>2</sub>
| +1
|श्वेत P<sub>4</sub> + क्षार
|-
|आर्थो फॉस्फोरस
|H<sub>3</sub>PO<sub>3</sub>
| +3
|P<sub>2</sub>O<sub>3</sub> + H<sub>2</sub>O
|-
|पायरो फॉस्फोरस
|H<sub>4</sub>P<sub>2</sub>O<sub>5</sub>
| +3
|PCl<sub>3</sub> + H<sub>3</sub>PO<sub>3</sub>
|-
|आर्थोफॉस्फोरिक
|H<sub>3</sub>PO<sub>4</sub>
| +5
|P<sub>4</sub>O<sub>10</sub> + H<sub>2</sub>O
|-
|हाइपोफॉस्फोरिक
|H<sub>4</sub>P<sub>2</sub>O<sub>6</sub>
| +4
|लाल P<sub>4</sub> + क्षार
|-
|पायरोफॉस्फोरिक
|H<sub>4</sub>P<sub>2</sub>O<sub>7</sub>
| +5
|गर्म फॉस्फोरिक अम्ल
|-
|मेटा फॉस्फोरिक
|(HPO<sub>3</sub>)<sub>n</sub>
| +5
|फॉस्फोरस अम्ल + Br<sub>2</sub> , गर्म
|}
ऑक्सोअम्लों में फॉस्फोरस अन्य परमाणुओं द्वारा चतुष्फलकीय रूप से घिरा होता है।
इनमे कम से कम एक P = O आबंध तथा एक P-OH आबंध होता है।
=== उदाहरण ===
आर्थोफॉस्फोरस अम्ल गर्म करने पर असमानुपातित होकर ऑर्थोफॉस्फोरिक अम्ल तथा फॉसफीन देता है।
<chem>4H3PO3 -> 3H3PO4 + PH3</chem>
वह अम्ल जिसमे P - H आबंध होते हैं, प्रबल अपचायक गुण प्रदर्शित करते हैं।
हाइपोफॉस्फोरस अम्ल में दो P - H आबंध होने के कारण यह एक अच्छा अपचायक है।
<chem>4AgNO3 + 2H2O + H3PO2 -> 4Ag + 4HNO3 + H3PO4</chem>
ये P - H आबंध आयनीकृत होकर H<sup>+</sup> नहीं देते तथा क्षारकता में कोई भूमिका नहीं निभाते। केवल वे ही हाइड्रोजन परमाणु आयनन योग्य होते हैं जो क्षारकता उत्पन्न करते हैं।
== अभ्यास प्रश्न ==
* H<sub>3</sub>PO<sub>4</sub> की क्षारकता क्या है ?
* क्या होता है जब H<sub>3</sub>PO<sub>3</sub> को गर्म करते हैं ?

Revision as of 12:02, 16 April 2024

फास्फोरस अनेक ऑक्सी अम्ल बनाता है। कुछ ऑक्सी अम्ल निम्न लिखित हैं:

नाम सूत्र फॉस्फोरस की ऑक्सीकरण अवस्था विरचन
हाइपोफॉस्फोरस H3PO2 +1 श्वेत P4 + क्षार
आर्थो फॉस्फोरस H3PO3 +3 P2O3 + H2O
पायरो फॉस्फोरस H4P2O5 +3 PCl3 + H3PO3
आर्थोफॉस्फोरिक H3PO4 +5 P4O10 + H2O
हाइपोफॉस्फोरिक H4P2O6 +4 लाल P4 + क्षार
पायरोफॉस्फोरिक H4P2O7 +5 गर्म फॉस्फोरिक अम्ल
मेटा फॉस्फोरिक (HPO3)n +5 फॉस्फोरस अम्ल + Br2 , गर्म

ऑक्सोअम्लों में फॉस्फोरस अन्य परमाणुओं द्वारा चतुष्फलकीय रूप से घिरा होता है।

इनमे कम से कम एक P = O आबंध तथा एक P-OH आबंध होता है।

उदाहरण

आर्थोफॉस्फोरस अम्ल गर्म करने पर असमानुपातित होकर ऑर्थोफॉस्फोरिक अम्ल तथा फॉसफीन देता है।

वह अम्ल जिसमे P - H आबंध होते हैं, प्रबल अपचायक गुण प्रदर्शित करते हैं।

हाइपोफॉस्फोरस अम्ल में दो P - H आबंध होने के कारण यह एक अच्छा अपचायक है।

ये P - H आबंध आयनीकृत होकर H+ नहीं देते तथा क्षारकता में कोई भूमिका नहीं निभाते। केवल वे ही हाइड्रोजन परमाणु आयनन योग्य होते हैं जो क्षारकता उत्पन्न करते हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • H3PO4 की क्षारकता क्या है ?
  • क्या होता है जब H3PO3 को गर्म करते हैं ?