कोल्बे वैधुत अपघटन: Difference between revisions
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कार्बोक्सिलिक अम्लों के Na या K लवणों के जलीय विलयन का वैधुत अपघटन करने पर एल्केन प्राप्त होते है। वे कार्बोक्सिलिक अम्ल जिनके α कार्बन पर H परमाणु होता है। वे लाल फास्फोरस की उपस्थिति में Cl<sub>2</sub> या Br<sub>2</sub> से क्रिया करके α हैलो कार्बोक्सिलिक अम्ल बनाते है। | |||
=== उदाहरण === | |||
जब कार्बोक्सिलिक अम्लों के Na या K लवणों के जलीय विलयन का वैधुत अपघटन किया जाता है तो एल्केन बनते है। | |||
<chem>2(R-COONa) + 2H2O -> R-R + 2CO2 + 2NaOH + H2</chem> | |||
<chem>2(CH3-COOK) + 2H2O -> CH3-CH3 + 2CO2 + 2KOH + H2</chem> | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* कार्बोक्सिलिक अम्ल से एल्केन बनाने की कौन कौन सी विधियां हैं ? | |||
* कोल्बे वैधुत अपघटन अभिक्रिया लिखिए। | |||
* कोल्बे अभिक्रिया लिखिए। |
Revision as of 13:21, 7 May 2024
कार्बोक्सिलिक अम्लों के Na या K लवणों के जलीय विलयन का वैधुत अपघटन करने पर एल्केन प्राप्त होते है। वे कार्बोक्सिलिक अम्ल जिनके α कार्बन पर H परमाणु होता है। वे लाल फास्फोरस की उपस्थिति में Cl2 या Br2 से क्रिया करके α हैलो कार्बोक्सिलिक अम्ल बनाते है।
उदाहरण
जब कार्बोक्सिलिक अम्लों के Na या K लवणों के जलीय विलयन का वैधुत अपघटन किया जाता है तो एल्केन बनते है।
अभ्यास प्रश्न
- कार्बोक्सिलिक अम्ल से एल्केन बनाने की कौन कौन सी विधियां हैं ?
- कोल्बे वैधुत अपघटन अभिक्रिया लिखिए।
- कोल्बे अभिक्रिया लिखिए।