ध्वनि पेटिका: Difference between revisions

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[[File:Anatomytool larynx and vocal cords English.jpg|thumb|ध्वनि पेटिका]]
ध्वनि पेटिका अथवा  स्वरयंत्र गर्दन के बीच में, श्वासनली (श्वसन नली) और ग्रासनली के ठीक ऊपर एक खोखली नली होती है। यह आवाज निकालने में मदद करती है, इसलिए इसे [[ध्वनि का उत्पादन|ध्वनि]] पेटिका अथवा वॉइस बॉक्स कहा जाता है।स्वरयंत्र निगलने, सांस लेने और आवाज उत्पादन में भी शामिल है। ध्वनि तब उत्पन्न होती है जब वायु स्वर रज्जुओं से होकर गुजरती है जिससे वे कंपन करते हैं और [[ग्रसनी]], नाक और मुंह में ध्वनि [[तरंगें]] पैदा करते हैं।
पक्षियों के ध्वनि बॉक्स को सिरिंक्स कहा जाता है, इससे आवाज उत्पन्न होती है। यह श्वासनली और ब्रांकाई के जंक्शन पर या उसके निकट स्थित होता है।
== कार्य ==
स्वरयंत्र आपको सांस लेने में मदद करता है। जब हम नाक और मुंह के माध्यम से हवा लेते हैं, तो स्वरयंत्र इसे आपके श्वासनली और आपके फेफड़ों तक पहुंचाता है।
स्वरयंत्र (वॉयस बॉक्स) गले को श्वासनली से जोड़ता है। यह खाने-पीने की चीजों को भी [[श्वासनली]] से बाहर रखता है।
यह वायुमार्ग को गले में किसी पदार्थ के दबने से बचाने में मदद करता है।
यह हमारे फेफड़ों में हवा के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
यह आवाज निकालने में मदद करती है, इसलिए इसे ध्वनि पेटिका अथवा वॉइस बॉक्स कहा जाता है।
स्वरयंत्र का क्या कार्य है?

Revision as of 21:25, 15 May 2024

ध्वनि पेटिका

ध्वनि पेटिका अथवा स्वरयंत्र गर्दन के बीच में, श्वासनली (श्वसन नली) और ग्रासनली के ठीक ऊपर एक खोखली नली होती है। यह आवाज निकालने में मदद करती है, इसलिए इसे ध्वनि पेटिका अथवा वॉइस बॉक्स कहा जाता है।स्वरयंत्र निगलने, सांस लेने और आवाज उत्पादन में भी शामिल है। ध्वनि तब उत्पन्न होती है जब वायु स्वर रज्जुओं से होकर गुजरती है जिससे वे कंपन करते हैं और ग्रसनी, नाक और मुंह में ध्वनि तरंगें पैदा करते हैं।

पक्षियों के ध्वनि बॉक्स को सिरिंक्स कहा जाता है, इससे आवाज उत्पन्न होती है। यह श्वासनली और ब्रांकाई के जंक्शन पर या उसके निकट स्थित होता है।

कार्य

स्वरयंत्र आपको सांस लेने में मदद करता है। जब हम नाक और मुंह के माध्यम से हवा लेते हैं, तो स्वरयंत्र इसे आपके श्वासनली और आपके फेफड़ों तक पहुंचाता है।

स्वरयंत्र (वॉयस बॉक्स) गले को श्वासनली से जोड़ता है। यह खाने-पीने की चीजों को भी श्वासनली से बाहर रखता है।

यह वायुमार्ग को गले में किसी पदार्थ के दबने से बचाने में मदद करता है।

यह हमारे फेफड़ों में हवा के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है।

यह आवाज निकालने में मदद करती है, इसलिए इसे ध्वनि पेटिका अथवा वॉइस बॉक्स कहा जाता है।



स्वरयंत्र का क्या कार्य है?