क्रॉस एल्डोल संघनन: Difference between revisions

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जब दो भिन्न -भिन्न ऐल्डिहाइड एवं कीटोन के मध्य संघनन होता है तो उसे "'''क्रॉस एल्डोल संघनन"''' कहते हैं।  
जब दो भिन्न -भिन्न ऐल्डिहाइड एवं [[कीटोन]] के मध्य संघनन होता है तो उसे "'''क्रॉस एल्डोल संघनन"''' कहते हैं।  


<chem>CH3CHO + CH3CH2CHO ->[NaOH, heat] CH(CH2-CH3)=C(CHO)-CH3 + CH(CH3)=CH(CHO)</chem>
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== एल्डोल संघनन ==
== एल्डोल संघनन ==
एल्फा हाइड्रोजन परमाणु युक्त कार्बनिक परमाणु NaOH और K<sub>2</sub>CO<sub>3</sub> की उपस्थिति में संघनित होते हैं। जिसमें एसील्डिहाइड संघनित होकर एल्डोल बनाता है।
एल्फा हाइड्रोजन परमाणु युक्त कार्बनिक परमाणु NaOH और K<sub>2</sub>CO<sub>3</sub> की उपस्थिति में संघनित होते हैं। जिसमें एसील्डिहाइड संघनित होकर [[एल्डोल अभिक्रिया|एल्डोल]] बनाता है।


<chem>CH3CHO + CH3CHO ->[dil NaOH] CH3-CH(OH)-CH2-CHO</chem>
<chem>CH3CHO + CH3CHO ->[dil NaOH] CH3-CH(OH)-CH2-CHO</chem>


एल्डोल संघनन α-हाइड्रोजन वाले एल्डिहाइड में होता है, जिसमें तनु क्षार β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड होता है, इसे ही एल्डोल कहा जाता है। इस अभिक्रिया को सामान्यतः  एल्डोल संघनन के रूप में जाना जाता है। और यदि संघनन अभिक्रिया दो अलग-अलग कार्बोनिल यौगिकों के बीच होती है तो इसे क्रॉस एल्डोल संघनन कहा जाता है।
एल्डोल संघनन α-हाइड्रोजन वाले [[एल्डिहाइड]] में होता है, जिसमें तनु क्षार β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड होता है, इसे ही एल्डोल कहा जाता है। इस अभिक्रिया को सामान्यतः [[एल्डोल संघनन]] के रूप में जाना जाता है। और यदि संघनन अभिक्रिया दो अलग-अलग कार्बोनिल यौगिकों के बीच होती है तो इसे क्रॉस एल्डोल संघनन कहा जाता है।
==एल्डोल संघनन अभिक्रिया==
==एल्डोल संघनन अभिक्रिया==
एल्डोल संघनन को एक कार्बनिक अभिक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें एनोलेट आयन कार्बोनिल यौगिक के साथ अभिक्रिया करके β-हाइड्रॉक्सी कीटोन या β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड बनाता है, इसके बाद निर्जलीकरण के बाद एक संयुग्मित एनोन बनता है। एल्डोल संघनन कार्बनिक संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो कार्बन-कार्बन बंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एल्डोल संघनन को एक कार्बनिक अभिक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें एनोलेट आयन कार्बोनिल यौगिक के साथ अभिक्रिया करके β-हाइड्रॉक्सी कीटोन या β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड बनाता है, इसके बाद निर्जलीकरण के बाद एक संयुग्मित एनोन बनता है। एल्डोल संघनन कार्बनिक संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो कार्बन-कार्बन बंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Latest revision as of 07:30, 31 May 2024

जब दो भिन्न -भिन्न ऐल्डिहाइड एवं कीटोन के मध्य संघनन होता है तो उसे "क्रॉस एल्डोल संघनन" कहते हैं।

एल्डोल संघनन

एल्फा हाइड्रोजन परमाणु युक्त कार्बनिक परमाणु NaOH और K2CO3 की उपस्थिति में संघनित होते हैं। जिसमें एसील्डिहाइड संघनित होकर एल्डोल बनाता है।

एल्डोल संघनन α-हाइड्रोजन वाले एल्डिहाइड में होता है, जिसमें तनु क्षार β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड होता है, इसे ही एल्डोल कहा जाता है। इस अभिक्रिया को सामान्यतः एल्डोल संघनन के रूप में जाना जाता है। और यदि संघनन अभिक्रिया दो अलग-अलग कार्बोनिल यौगिकों के बीच होती है तो इसे क्रॉस एल्डोल संघनन कहा जाता है।

एल्डोल संघनन अभिक्रिया

एल्डोल संघनन को एक कार्बनिक अभिक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें एनोलेट आयन कार्बोनिल यौगिक के साथ अभिक्रिया करके β-हाइड्रॉक्सी कीटोन या β-हाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड बनाता है, इसके बाद निर्जलीकरण के बाद एक संयुग्मित एनोन बनता है। एल्डोल संघनन कार्बनिक संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो कार्बन-कार्बन बंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

अभ्यास प्रश्न

  • एल्डोल संघनन क्या है?
  • क्रॉस एल्डोल संघनन क्या है?