एन्थैल्पी

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परिचय

एन्थैल्पी एक अत्यंत महत्वपूर्ण थर्मोडायनामिक (Thermodynamic) मात्रा है जो किसी पदार्थ की ऊष्मा (Energy) को संकेत करती है। यह ऊष्मा और यौगिक स्थितियों के बीच संबंध स्थापित करने में मदद करती है, जिससे हम ऊर्जा की विभिन्न प्रकारों के बीच ताप विनिमय को समझ सकते हैं। एन्थैल्पी की मात्रा नेगेटिव भी हो सकती है, जिससे हम यह समझ सकते हैं कि प्रक्रिया में पदार्थ से ऊर्जा छीनी जा रही है।

एन्थैल्पी की माप

एन्थैल्पी की माप तापमान (Temperature) और दबाव (Pressure) के अनुसार की जाती है। इसे वाट (constant pressure) में मापा जाता है जो कि विज्ञानिक प्रयोगशाला में आम तौर पर होता है।

एन्थैल्पी के प्रकार

1. संदर्भिक एन्थैल्पी (Specific Enthalpy): संदर्भिक एन्थैल्पी एक निश्चित मात्रा के पदार्थ कीयौगिक स्थिति में विशिष्ट मात्रा की ऊष्मा को संकेत करती है। इसे पदार्थ की वजन के माध्यम से प्रकट किया जाता है। संदर्भिक एन्थैल्पी को सीपी जी (CP) वाले पदार्थों में बारे में ज्ञान प्रदान करती है, जैसे जल, वायु, और नॉन-रिएक्टिव गैसेस।

2. मोलर एन्थैल्पी (Molar Enthalpy): मोलर एन्थैल्पी पदार्थ के एक मोल (अणु) की यौगिक स्थितिमें ऊष्मा को संकेत करती है। यह एक मोल के पदार्थ की उष्णता को निर्दिष्ट करती है जो कि एकविशिष्ट तापमान और दबाव पर पायी जाती है। मोलर एन्थैल्पी वाट और इसोकोरिक (constant volume) शर्तों में मापी जा सकती है, और इससे रासायनिक प्रतिक्रियाओं की ऊर्जा प्रवाहना भी निर्धारित की जा सकती है।

3. आपूर्ति एन्थैल्पी (Enthalpy of Supply): आपूर्ति एन्थैल्पी एक पदार्थ के ऊर्जा की आपूर्ति कीमात्रा को संकेत करती है, जिसे इसे एक निश्चित तापमान और दबाव पर बदलते समय विकसितकिया जाता है। इसका मापन ताप परिवर्तन (Heat transfer) के दौरान किया जा सकता है।

4. उपादान एन्थैल्पी (Enthalpy of Formation): उपादान एन्थैल्पी एक पदार्थ के एक मोल कीबनावट (Formation) के दौरान उसे लिए गए ऊर्जा को संकेत करती है। यह प्रक्रिया पदार्थ केनिर्माण (Formation) और उसके अविकसित (Reactant) रूप में उसके बिगाड़ (Destruction)के दौरान होती है। उपादान एन्थैल्पी रासायनिक प्रतिक्रियाओं की समझने और उसके ऊर्जा प्रवाहकी गणना के लिए उपयोगी होती है।