अधातु

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अधातु वे पदार्थ हैं जो धातुओं से पूर्णतया भिन्न होते हैं। अधातु वे तत्व हैं जो ऋणात्मक आयन उत्पन्न करने के लिए इलेक्ट्रॉन ग्रहण करते हैं। इनके बाह्यतम कोश में प्राय: 4, 5, 6 या 7 इलेक्ट्रॉन होते हैं। ये इंसुलेटर की तरह कार्य करते हैं। वे सामान्यतः गैस होते हैं, हालांकि वे द्रव और ठोस भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कार्बन, सल्फर और फॉस्फोरस सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं, इसके साथ ही नाइट्रोजन गैस, ऑक्सीजन गैस, हाइड्रोजन गैस ये सभी तत्व अधातु हैं।

धातुओं की तुलना में अधातुओं की संख्या कम होती है। ब्रोमीन ऐसी अधातु है जो द्रव होती है। इसके अतिरिक्त सभी  अधातुएँ या तो ठोस हैं या फिर गैस हैं।  

  • सामान्य ताप पर द्रव ब्रोमीन अधातु है।
  • अधातुओं की विद्युत चालकता बहुत कम होती है।
  • अधातुओं में वैद्युतीयऋणात्मकता अधिक होती है।
  • कुछ अधातुएँ गैस के रूप में पाई जाती हैं, अन्य ठोस के रूप में और एक सामान्य तापमान और दबाव में द्रव के रूप में पाई जाती हैं।
  • अधिकतर अधातु परमाणु धातु परमाणुओं से छोटे होते हैं।
  • जब वे किसी अन्य पदार्थ से टकराते हैं तो वे बहुत तेज ध्वनि  आवाज नहीं करते हैं।