सिलिकेट

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ऑक्सीजन, सिलिकॉन और एल्यूमीनियम पृथ्वी की सतह पर सबसे प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले तत्व हैं; ठोस परत में 80% से अधिक परमाणु ऑक्सीजन या सिलिकॉन हैं, ज्यादातर सिलिकेट के रूप में। सिलिकेट प्रकृति में बड़ी मात्रा में सिलिकेट खनिज के रूप में पाए जाते हैं। इनमे से कुछ महत्वपूर्ण खनिज हैं:

  • फेल्डस्पार
  • जिओलाइट
  • श्वेत अभ्रक
  • एस्बेस्टस

सिलिकन परमाणु की ऑक्सीजन परमाणु के साथ बहुत उच्च बंधुता होने के कारण प्रकृति में सिलिका और सिलिकेट खनिज अत्यधिक उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। सिलिका और सिलिकेट खनिज औद्योगिक रूप में भी अत्यंत उपयोगी हैं।

  • पृथ्वी की पपड़ी का लगभग 95% भाग सिलिकेट खनिजों, एल्युमिनोसिलिकेट मिट्टी या सिलिका से बना है।
  • ये सभी प्रकार की चट्टान, रेत, चिकनी मिट्टी,  ईंटें, सीमेंट, चीनी मिट्टी और कांच में पाए जाते हैं।
  • सिलिकेट खनिज चट्टान बनाने वाले खनिज हैं जो सिलिकेट समूहों से बने होते हैं।

सिलिकेट की संरचना

सिलिकेट की मूल संरचनात्मक इकाई होती है। इसकी संरचना चतुष्फलकीय होती है। इसमें सिलिका परमाणु चार ऑक्सीजन परमाणु से चतुष्फलकीय रूप में जुड़ा होता है।

सिलिकेट निम्नलिखित प्रकार के होते हैं:

  • ऑर्थोसिलिकेट [SiO4]-4
  • पायरोसिलिकेट [Si2O7]-6

ऑर्थोसिलिकेट [SiO4]-4 की संरचना चतुष्फलकीय होती है। SiO4 समूह को एक चतुष्क द्वारा दर्शया जाता है। इसमें सिलिकन परमाणु केंद्र में उपस्थित होता है। और ऑक्सीजन परमाणु सिरों पर उपस्थित होते हैं। मनुष्य द्वारा निर्मित दो सिलिकेट कांच तथा सीमेंट हैं।  

ऋणायन बनाने की प्रवृत्ति

जब एक ऑक्सीजन परमाणु दो चतुष्फलक के बीच साझा करता है तो एनायन बनता है।

जैसे - धातु पायरोसिलिकेट में पायरोसिलिकेट ऋणायन उपस्थित होता है।   पायरोसिलिकेट ऋणायन एक पायरोसिलिकेट ऋणायन है। जिसमे दो चतुष्फलक एक ऑक्सीजन परमाणु से बंधित होते हैं।