रसायन विज्ञान का विकास
रसायन विज्ञान अणुओं और उनसे बनने वाले पदार्थों का एक समूह है। यह न केवल तत्वों का विज्ञान है, बल्कि उनसे बनने वाले असंख्य प्रकार अणुओं का विज्ञान है। हम प्रतिदिन प्रकृति में उपस्थित विभन्न पदार्थों और उनमे होने वाले अलग अलग परिवर्तनों को देखते हैं।
जैसे
दूध से दही का बनना , लोहे में जंग लगना, गन्ने के रस से सिरका बनना। ]
रसायन विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसमे पदार्थों के संश्लेषण संघटन, पदार्थों के गुणधर्म और विभन्न अभिक्रियाओं का अध्धयन किया जाता है।
विज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक रसायन विज्ञान है। रसायन विज्ञान को विज्ञान के उस क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जो पदार्थ का अध्ययन करता है, जिसमें इसके गुण, संरचना और विभिन्न रसायनिक अभिक्रियाओं के परिणामस्वरूप होने वाले परिवर्तन शामिल हैं। रसायन विज्ञान की कई शाखाएँ बनाई गई हैं। रसायन विज्ञान विज्ञान का वह उपविषय है जो पदार्थ और उसे प्राप्त होने वाले पदार्थों के अध्ययन से संबंधित है। यह इन पदार्थों के गुणों और नए पदार्थ बनाने के लिए उनके द्वारा की गई अभिक्रियाओं से भी संबंधित है। रसायन विज्ञान मुख्य रूप से परमाणुओं, आयनों और अणुओं के विषय में ज्ञान कराता है, जो उसके बदले में तत्व और यौगिक का निर्माण करते हैं। ये रासायनिक यौगिक रासायनिक बंधों के माध्यम से एक दूसरे के साथ परस्पर अभिक्रिया करती हैं।
रसायन विज्ञान के कारण ही कृषि में विशेष क्रान्तिकारी प्रगति हो रही है। अनेक प्रकार के उर्वरक, जिनसे खेतों की उर्वरा शक्ति बढती है और कीटनाशी जो फसलों का विनाश करने वाले कीटाणुओं को नष्ट करते हैं, उनका औद्योगिक स्तर पर विनाश हो रहा है। कला तथा उद्योग धंधों में विकास लाने के लिए रसायनों के आधुनिक ज्ञान का उपयोग बहुत क्षमता से किया जा रहा है। हमारे दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान बहुत महत्वपूर्ण है। हम रसायनों द्वारा निर्मित अनेक वस्तुओं का उपयोग अपने दैनिक जीवन में करते हैं।
रसायन विज्ञान की शाखाएँ
रसायन विज्ञान की मुख्य पाँच प्राथमिक शाखाएँ हैं जो निम्न लिखित हैं:
- भौतिक रसायन
- कार्बनिक रसायन
- अकार्बनिक रसायन
- विश्लेषणात्मक रसायन
- जैव रसायन
हमारे दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान
हमारे आस पास लगातार अनेक रासायनिक अभिक्रियाएँ होती रहती हैं। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण मानव शरीर है जिसमे हर दिन हजारों रासायनिक अभिक्रियाएं होती रहती हैं। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण मनुष्य के शरीर में भोजन का पाचन है।
भारतीय वैज्ञानिकों के रसायन विज्ञान में योगदान
- प्राचीन काल से ही भारतीय वैज्ञानिकों का रसायन विज्ञान के विकास में एक गौरवशाली योगदान रहा है। जिसका वर्णन आधुनिक भारत में रसायन विज्ञान के पितामह कहे जाने वाले आचार्य प्रफुल्ल्चंद राय द्वारा लिखित " हिस्ट्री आफ हिन्दू केमिस्ट्री" नामक पुस्तक में प्रकाशित किया गया है।
- नई दिल्ली में बना कुतुबमीनार पिछले 1600 वर्षों से जंगरहित बना हुआ है। जो वर्तमान वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती है।
- वर्तमान में अनेक प्रोफेसर सी. एन. आर. राव, प्रोफेसर सुखदेव, प्रोफेसर आर. ए. माशेलकर, प्रोफेसर रामचरण मेहरोत्रा जैसे अनेक रसायनज्ञ का भारतीय रसायन शास्त्र में एक विशेष योगदान दें रहे हैं।
- वर्तमान में दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान का एक विशेष महत्व है।
अभ्यास प्रश्न
- रसायन विज्ञान के जनक कौन हैं ?
- भारतीय वैज्ञानिकों का रसायन विज्ञान में क्या योगदान?
- अकार्बनिक रसायन से क्या तात्पर्य है ?
- कार्बनिक रसायन से क्या तात्पर्य है ?