कार्बन डाइऑक्साइड

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कार्बन डाइऑक्साइड ( रासायनिक सूत्र CO2) एक जहरीली, ज्वलनशील गैस है जो रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन होती है। कार्बन डाइऑक्साइड में एक कार्बन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु त्रिबंध से जुड़े होते हैं। यह एक कार्बन ऑक्साइड है। कार्बन डाइऑक्साइड एक रंगहीन तथा गन्धहीन गैस है जो पृथ्वी पर जीवन के लिये अत्यावश्यक है। धरती पर यह प्राकृतिक रूप से पायी जाती है। धरती के वायुमण्डल में यह गैस आयतन के हिसाब से लगभग 0.03 प्रतिशत होती है। वायुमंडल में यह गैस 0.03% से 0.04% तक पाई जाती है, परन्तु मौसम में परिवर्तन के साथ वायु में इसकी सान्द्रता भी थोड़ी परिवर्तित होती रहती है।

कार्बन के दो महत्वपूर्ण यौगिक ज्ञात हैं:

  • कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
  • कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)

कार्बन डाइऑक्साइड बनाने की विधि

वायु की अधिकता मे

वायु की अधिकता में कार्बन डाइऑक्साइड कार्बन या कार्बनयुक्त ईधन के पूर्ण दहन पर प्राप्त होती है।   

कैल्सियम कार्बोनेट पर तनु HCl की अभिक्रिया द्वारा

कैल्सियम कार्बोनेट पर तनु की अभिक्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त होती है।

कार्बन डाइऑक्साइड के गुण

  • यह एक रंगहीन, गंधहीन गैस है।
  • यह जल में अल्प विलेय है।
  • यह जल के साथ अभिक्रिया करके कार्बोनिक अम्ल बनाती है।
  • यह क्षार के साथ अभिक्रिया करके धातु कार्बोनेट बनाती है।
  • इसका उपयोग प्रकाश संश्लेषण में किया जाता है।
  • यह विषैली प्रकृति की नहीं होती है।

कार्बन डाइऑक्साइड के उपयोग

  • कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क गैस के रूप में प्राप्त किया जाता है।
  • शुष्क गैस को शुष्क बर्फ के रूप में प्रयोग किया जाता है।
  • शुष्क बर्फ का उपयोग हिमशीतत भोजन के लिए प्रशीतक के रूप में किया जाता है।
  • इसका उपयोग अग्निशामक के रूप में किया जाता है।
  • इसका उपयोग यूरिया के निर्माण में भी किया जाता है।