आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन

From Vidyalayawiki

Revision as of 13:27, 28 September 2023 by Deeksha dwivedi (talk | contribs)

Listen

इस व्यस्त दुनिया में, बढ़ते काम के बोझ और भोजन की घटती गुणवत्ता के साथ हम अपने लिए अधिक से अधिक बीमारियों को आमंत्रित करते हैं। काम के अनुचित घंटे, देर रात तक काम करना, लगातार कंप्यूटर पर काम करने से हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। इन सभी कार्य गतिविधियों ने मनुष्य को अधिक सुस्त और कम सक्रिय बना दिया है। उचित व्यायाम न करने और अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतों के कारण हमने अपने शरीर को बीमारियों का घर बना लिया है।

बीमारियों की इस सूची में मधुमेह सबसे ऊपर है। बेशक, मधुमेह के इलाज के लिए कई दवाएं बाजार में आ चुकी हैं और ऐसी ही एक उपलब्धि आनुवंशिक रूप से निर्मित इंसुलिन की है जिसका उपयोग मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है। आइए हम इंसुलिन और उससे जुड़े सभी कारकों पर चर्चा करते हैं।

इंसुलिन

इंसुलिन एक प्रोटीन हार्मोन है जो अग्न्याशय की 𝛃 कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है। यह क्रोमोसोम 11 में मौजूद आईएनएस जीन द्वारा दिए गए निर्देशों से निर्मित होता है। इसे शरीर का मुख्य हार्मोन माना जाता है। यह रक्त से ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ावा देकर कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन के चयापचय को नियंत्रित करता है। ऊतकों में अवशोषित ग्लूकोज या तो ग्लाइकोजेनेसिस के माध्यम से ग्लाइकोजन या लिपोजेनेसिस के माध्यम से वसा (ट्राइग्लिसराइड्स) में परिवर्तित हो जाता है।

बीटा कोशिकाएं रक्त ग्लूकोज के स्तर के प्रति संवेदनशील होती हैं, इसलिए वे ग्लूकोज के उच्च स्तर की प्रतिक्रिया में रक्त में इंसुलिन का स्राव करती हैं, और ग्लूकोज का स्तर कम होने पर इंसुलिन के स्राव को रोकती हैं। इंसुलिन कोशिकाओं में ग्लूकोज ग्रहण और चयापचय को बढ़ाता है, जिससे रक्त ग्लूकोज का स्तर कम हो जाता है।

इंसुलिन के स्राव में कमी या अनुपस्थिति के परिणामस्वरूप मधुमेह मेलेटस होता है, जो उच्च रक्त ग्लूकोज स्तर (हाइपरग्लाइकेमिया) की स्थिति है।

इंसुलिन के उपयोग

आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन

आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन की आवश्यकता क्यों हुई ?

मानव इंसुलिन प्रोटीन 51 अमीनो एसिड से बना है। यह ए-चेन और बी-चेन से बनता है, जो डाइसल्फ़ाइड बॉन्ड द्वारा एक साथ जुड़े हुए होते हैं। इंसुलिन की संरचना जानवरों की प्रजातियों के बीच थोड़ी भिन्न होती है। इन विविधताओं के कारण गैर-मानव पशु स्रोतों से प्राप्त इंसुलिन मानव इंसुलिन से प्रभावशीलता (कार्बोहाइड्रेट चयापचय प्रभाव में) में कुछ भिन्न होता है।

मधुमेह के लिए उपयोग किया जाने वाला इंसुलिन पहले मारे गए मवेशियों और सूअरों का अग्न्याशय से ही निकाला जाता था। एक पशु स्रोत से लिया हुआ इंसुलिन कुछ रोगियों में बाहरी चीज़ों से एलर्जी या अन्य प्रकार की प्रतिक्रिया के विकास का कारण बना I इन घटनाओं के बाद नियमित पशु इंसुलिन से पुनः संयोजक इंसुलिन की ओर बढ़ने की आवश्यकता महसूस की गई।

आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन बनाने की प्रक्रिया

आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन की संरचना

आनुवंशिकतः निर्मित इंसुलिन की आवश्यकता