वे अभिक्रियाएँ, जिनमे अभिक्रिया का वेग केवल एक अणु के सान्द्रण पर निर्भर करता है प्रथम कोटि की अभिक्रियाएँ कहलाती है। मानलो प्रथम कोटि की सामान्य अभिक्रिया इस प्रकार है-
A→ Product
माना अभिकारक A का प्रारम्भिक सान्द्रण a ग्राम अणु है। t सेकण्ड पश्चात x ग्राम अणु, क्रिया कर लेते है तो शेष पदार्थ की मात्रा (a-x) ग्राम अणु होगी।
अतः t समय पश्चात अभिक्रिया की दर A की सान्द्रता (a-x) के समानुपाती होगी।
अर्थात
या
या d(a−x)= kdt ... (1)
सम्पूर्ण क्रिया का वेग ज्ञात करने के लिए समी. (1) का समाकलन करने पर,
−ln(a−x) = kt+c, (यहाँ c समाकलन स्थिरांक है) ... (2)
यदि t = 0 है तो x = 0 होगा, अतः ये मान समी. (2) में रखने पर,
... (3)
समी. (3) से c का मान समी. (2) में रखने पर,
log का आधार e से 10 करने पर,
यह प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक k का व्यंजक है।
उदाहरण:1 प्रथम कोटि की अभिक्रिया की अर्ध आयु 60 मिनट है, तो 90% अभिकारक के उत्पाद में बदलने में कितना समय लगेगा?
हल:
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
जहाँ अभिक्रिया का वेग स्थिरांक है,
t1/2 अभिक्रिया की अर्ध आयु है
मिनट -1
प्रथम कोटि बलगतिकी समीकरण को लागू करना,
दिया गया है;
इसलिए,
199 मिनट
उदाहरण:2 यदि एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया कोक 75 % पूर्ण होने में 32 मिनट लगते हैं तो 50 % पूर्ण होने में कितना समय लगेगा ?
हल:
प्रारंभिक सांद्रण 100 0
32 मिनट बाद (100-75) 75
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
100, ,
0.0433 मिनट -1
50% पूर्ण होने में लगा समय
t1/2
मिनट
उदाहरण:3 एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 50 मिनट में 50% पूर्ण होती है तो वेग स्थिरांक की गणना कीजिये।
हल:
प्रारंभिक सांद्रण 100 0
50 मिनट बाद (100-50) 50
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
100, ,
[log 2 = 0.3010]
मिनट -1
उदाहरण: 4 यौगिक A के 1 मोल प्रारम्भ करके पाया गया की 3/4 अभिक्रिया 2 मिनट में पूर्ण हो जाती है। वेग स्थिरांक की गणना कीजिये यदि अभिक्रिया प्रथम कोटि की है।
हल:
प्रारंभिक सांद्रण 1 0
2 मिनट बाद (1- 3/4) 3/4
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
1 मोल, ,
[log 4 = 0.6020]
मिनट -1