कैनिजारो अभिक्रिया

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कैनिजारो अभिक्रिया-α-हाइड्रोजन विहीन ऐल्डिहाइडों (जैसे—HCHO,C6H5CHO आदि) पर 50% NaOH विलयन की अभिक्रिया कराने पर ऐल्डिहाइड का एक अणु अम्ल में ऑक्सीकृत होता है और ऐल्डिहाइड का दूसरा अणु ऐल्कोहॉल में अपचयित होता है। इसे कैनिजारो अभिक्रिया कहते हैं। कैनिजारो अभिक्रिया वो एल्डिहाइड देते हैं जिनमे अल्फा हाइड्रोजन नहीं होता। कैनिज़ारो प्रतिक्रिया एक कार्बनिक रेडॉक्स अभिक्रिया है जिसका नाम इटली के रसायनज्ञ स्टैनिस्लाओ कैनिज़ारो के नाम पर रखा गया है। अभिक्रिया सामान्यतः क्षारीय परिस्थितियों में की जाती है। हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) इस प्रतिक्रिया में क्षार और उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है।

उदाहरण - बेंज़ेंल्ड़िहाइड, फोर्मेल्ड़िहाइड

अभ्यास प्रश्न

  • कैनिजारो अभिक्रिया को उदाहरण द्वारा समझाइये।
  • कैनिजारो अभिक्रिया कौन से एल्डिहाइड देते हैं ?