विसिनल हैलाइड

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विसिनल डाइहैलाइड्स वे यौगिक हैं जिनमें हैलोजन परमाणु निकटवर्ती कार्बन परमाणुओं से जुड़े होते हैं। हैलोजन के साथ एल्कीन या एल्काइन की अतिरिक्त अभि क्रिया से विसिनल डाइहैलाइड प्राप्त होते हैं। विसिनल डाइहैलाइड कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनमें दो हैलोजन परमाणु (जैसे क्लोरीन, ब्रोमीन, या आयोडीन) होते हैं जो एक अणु में आसन्न कार्बन परमाणुओं से बंधे होते हैं। इन यौगिकों को प्रायः उनकी अभिक्रियाशीलता के कारण कार्बनिक रसायन विज्ञान अभिक्रियाओं में सिंथेटिक मध्यवर्ती के रूप में उपयोग किया जाता है। वे कार्बनिक यौगिकों की एक विस्तृत श्रृंखला बनाने के लिए विभिन्न प्रतिस्थापन अभि क्रियाओं से गुजर सकते हैं।

विसिनल डाइहैलाइड