वेग स्थिरांक
जब कोई अभिक्रिया संपन्न होती है तो समय के साथ उस अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारकों की सांद्रता का मान समय के साथ कम होता जाता है अर्थात अभिकारक की सांद्रता समय के साथ कम होती जाती है।
अभिक्रिया की दर [A]a [B]b
अभिक्रिया की दर = k [A]a [B]b
अभिक्रिया का वेग =
रासायनिक अभिक्रिया का वेग
दर को सामान्यतः किसी मात्रा में परिवर्तन उस परिवर्तन को उत्पन्न करने के लिए आवश्यक समय के अनुपात के रूप में व्यक्त किया जाता है।
किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में एक पदार्थ दुसरे पदार्थ में कुछ परिस्थितियों और दिए गए समय में परिवर्तित होता है, उसे अभिक्रिया के वेग कहते हैं कोई भी अभिक्रिया कितनी जल्दी या धीरे घटित हो रही है और पूरी तरह घटित होने में कितना समय लेती है इस बात की गणना अभिक्रिया के वेग द्वारा की जाती है जिसे निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है।
"इकाई समय में अभिकारक या उत्पाद की सांद्रता में हुए परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया का वेग कहते है।"
प्रश्न
एक प्रयोग में उच्च ताप पर अमोनिया और ऑक्सीजन निम्न अभिक्रियानुसार अभिक्रिया करते हैं। जिसमे O2 की सांद्रता 1.0 × 10−2 मोल प्रति लीटर कम होती है। ज्ञात कीजिए कि:
- के विघटन की दर क्या होगी?
- के विघटन की दर क्या होगी?
- के बनने की दर क्या होगी?
हल:
अभिक्रिया की दर
के विघटन की दर 1.0 × 10−2
5 ×1.0 × 10−2
5 × 10−2
दर
के विघटन की दर × 5.0 × 10−2× 5.0 × 10−2
4 × 10−2
के बनने की दर
× 4 × 10−2
6 × 10−2
अभ्यास प्रश्न
- रासायनिक अभिक्रिया का वेग किन किन कारकों पर निर्भर करता है?
- वेग स्थिरांक और साम्य स्थिरांक में अंतर है?