जैल

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रसायन विज्ञान में, जैल एक कोलॉइड है जिसमें तरल माध्यम में फैला हुआ एक ठोस नेटवर्क होता है। जैल को विभिन्न सामग्रियों से बनाया जा सकता है, जिनमें पॉलिमर, कोलॉइड और यहां तक कि कुछ प्रकार के क्रिस्टल भी शामिल हैं।

"द्रव और ठोस का कोलॉइड विलयन जैल कहलाता है।" जब कोई द्रव किसी ठोस में परिक्षेपित होकर कोलॉइड विलयन बनाता है तब इसे जैल कहते हैं।

उदाहरण

जैली, पनीर, मक्खन आदि।

जैल में परिक्षेपण माध्यम ठोस होता है जबकि परिक्षिप्त प्रावस्था द्रव होती है।

द्रव + ठोस -> जैल

जैल में परिक्षेपण माध्यम ठोस होता है।

जैल में परिक्षिप्त प्रावस्था द्रव होता है।

परिक्षिप्त प्रावस्था एवं परिक्षेपण माध्यम की भौतिक अवस्था के आधार पर वर्गीकरण

परिक्षिप्त प्रावस्था एवं परिक्षेपण माध्यम की अवस्था के आधार पर कई प्रकार के कोलॉइड तंत्र सम्भव हैं। यदि एक गैस को दूसरी गैस के साथ मिलाकर कोलॉइड बनाया जाता है तो इस प्रकार का कोलॉइड समांगी कोलॉइड है अतः इसे एक कोलॉइड तंत्र नहीं मानते। कुछ कोलॉइड तंत्र के प्रकार निम्न लिखित हैं।

परिक्षिप्त प्रावस्था परिक्षेपण माध्यम कोलॉइडों का प्रकार उदाहरण
ठोस ठोस ठोस सॉल रंगीन कांच
ठोस द्रव सॉल पेण्ट
ठोस गैस ऐरोसॉल धुआं, धुल
द्रव ठोस जैल पनीर, जैली
द्रव द्रव इमल्शन दूध, बालों की क्रीम
द्रव गैस ऐरोसॉल धुंध, कोहरा, बादल, कीटनाशक स्प्रे
गैस ठोस ठोस सॉल फोम रबर
गैस द्रव फोम फेन, साबुन का झाग

अभ्यास प्रश्न

  • जैल कोलॉइड से आप क्या समझते है?
  • द्रवस्नेही कोलॉइड और द्रव विरोधी कोलॉइड में क्या अन्तर है?
  • कोलॉइड से आप क्या समझते हैं ?