कोलरॉउश
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अनंत तनुता पर, प्रत्येक आयन वैधुत अपघट्य के तुल्यांकी चालकता में एक निश्चित योगदान देता है। किसी भी इलेक्ट्रोलाइट के लिए अनंत तनुकरण पर तुल्यांकी चालकता का मान उसके घटक आयनों के अनंत तनुकरण पर चालकता का योग है।
इस नियम के अनुसार अनंत तनुता पर जब वियोजन पूर्ण होता है तो विद्युत अपघट्य की तुल्यांकी चालकता में प्रत्येक आयन अपना निश्चित योगदान देता है। इस प्रकार,
और अनंत तनुता पर ऋणायन और धनायन की आयनिक चालकता है।
यह वियोजन की मात्रा निकालने के काम आता है।
कोलराउश के नियम के अनुप्रयोग
- दुर्बल विद्युत अपघट्य की अनंत तनुता पर मोलर चालकता ज्ञात करने में।
- एसिटिक अम्ल की अनंत तनुता पर मोलर चालकता का निर्धारण HCl, CH3COONa तथा NaCl की सहायता से की जा सकती है।
उदाहरण
यदि HCl, CH3COONa और NaCl की मोलर चालकताएं क्रमशः 30, 45, 50 ओम-1 सेंटीमीटर2 मोल -1 है तो अनंत तनुता पर एसेटिक अम्ल की मोलर चालकता ज्ञात कीजिये।
CH3COONa + HCl - CH3COONa
= 45 + 30 - 50
= 25 ओम-1 सेंटीमीटर2 मोल -1
कोहलराउश के नियम का उपयोग
- वियोजन की मात्रा की गणना
- अल्प घुलनशील नमक की घुलनशीलता की गणना
- कमजोर इलेक्ट्रोलाइट्स के लिए पृथक्करण स्थिरांक की गणना
- अनंत तनुकरण पर कमजोर इलेक्ट्रोलाइट्स के लिए मोलर चालकता की गणना
अभ्यास प्रश्न
- कोलरॉउश नियम से आप क्या समझते हैं?
- यदि HCl, CH3COONa और NaCl की मोलर चालकताएं क्रमशः 20, 55, 40 ओम-1 सेंटीमीटर2 मोल -1 है तो अनंत तनुता पर एसेटिक अम्ल की मोलर चालकता ज्ञात कीजिये।