असंतृप्त हाइड्रोकार्बन: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
[[Category:हाइड्रोकार्बन]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कार्बनिक रसायन]]
[[Category:हाइड्रोकार्बन]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कार्बनिक रसायन]]
असंतृप्त हाइड्रोकार्बन को उनमें उपस्थित बंधनों के प्रकार के आधार पर, एल्कीन, एल्काइन और एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन में वर्गीकृत किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों जिन्हें असंतृप्त हाइड्रोकार्बन के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, नीचे संक्षेप में चर्चा की गई है।
असंतृप्त [[हाइड्रोकार्बन]] को उनमें उपस्थित बंधनों के प्रकार के आधार पर, एल्कीन, एल्काइन और एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन में वर्गीकृत किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों जिन्हें असंतृप्त हाइड्रोकार्बन के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, नीचे संक्षेप में चर्चा की गई है।


* वे हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध होता है, एल्कीन या ओलेफिन कहलाते हैं। सबसे सरल एल्कीन एथिलीन है, जिसका रासायनिक सूत्र C<sub>2</sub>H<sub>4</sub> है।
* वे हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध होता है, [[एल्कीन]] या ओलेफिन कहलाते हैं। सबसे सरल एल्कीन एथिलीन है, जिसका रासायनिक सूत्र C<sub>2</sub>H<sub>4</sub> है।
* एक-दूसरे के पास स्थित दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक त्रिबंध वाले हाइड्रोकार्बन को एल्काइन कहा जाता है। सबसे सरल संरचना वाला एल्काइन एसिटिलीन है जिसका रासायनिक सूत्र C<sub>2</sub>H<sub>2</sub> है।
* एक-दूसरे के पास स्थित दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक त्रिबंध वाले हाइड्रोकार्बन को एल्काइन कहा जाता है। सबसे सरल संरचना वाला एल्काइन एसिटिलीन है जिसका रासायनिक सूत्र C<sub>2</sub>H<sub>2</sub> है।
* चक्रीय हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध या त्रिबंध होता है, उन्हें भी असंतृप्त हाइड्रोकार्बन माना जाता है, ऐसा एक उदाहरण साइक्लोपेन्टीन (C<sub>5</sub>H<sub>8</sub>) है।
* चक्रीय हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध या त्रिबंध होता है, उन्हें भी असंतृप्त हाइड्रोकार्बन माना जाता है, ऐसा एक उदाहरण साइक्लोपेन्टीन (C<sub>5</sub>H<sub>8</sub>) है।
Line 13: Line 13:


=== संतृप्त हाइड्रोकार्बन ===
=== संतृप्त हाइड्रोकार्बन ===
ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमे कार्बन- कार्बन के मध्य एकल बंध पाया जाता है, संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। संतृप्त हाइड्रोकार्बन का सामान्य सूत्र CnH2n+2 और सामान्य नाम – एल्केन होता है। इनका नाम लिखते समय इनके अंत में  “ane” लगाते है।
ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमे कार्बन- कार्बन के मध्य एकल बंध पाया जाता है, संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। संतृप्त हाइड्रोकार्बन का सामान्य सूत्र CnH<sub>2n+2</sub> और सामान्य नाम – एल्केन होता है। इनका नाम लिखते समय इनके अंत में  “ane” लगाते है।


जैसे – मेथेन, एथेन, प्रोपेन, ब्यूटेन इत्यादि।
जैसे – मेथेन, एथेन, प्रोपेन, ब्यूटेन इत्यादि।
Line 35: Line 35:


जैसे- एथाइन , प्रोपाइन, ब्यूटाइन, पेंटाइन  इत्यादि।
जैसे- एथाइन , प्रोपाइन, ब्यूटाइन, पेंटाइन  इत्यादि।
== अभ्यास प्रश्न ==
* एल्केन का सामान्य सूत्र क्या है ?
* असंतृप्त हाइड्रोकार्बन क्या हैं ?
* संतृप्त हाइड्रोकार्बन अभिक्रिया क्या है ?

Revision as of 08:11, 25 May 2024

असंतृप्त हाइड्रोकार्बन को उनमें उपस्थित बंधनों के प्रकार के आधार पर, एल्कीन, एल्काइन और एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन में वर्गीकृत किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों जिन्हें असंतृप्त हाइड्रोकार्बन के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, नीचे संक्षेप में चर्चा की गई है।

  • वे हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध होता है, एल्कीन या ओलेफिन कहलाते हैं। सबसे सरल एल्कीन एथिलीन है, जिसका रासायनिक सूत्र C2H4 है।
  • एक-दूसरे के पास स्थित दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक त्रिबंध वाले हाइड्रोकार्बन को एल्काइन कहा जाता है। सबसे सरल संरचना वाला एल्काइन एसिटिलीन है जिसका रासायनिक सूत्र C2H2 है।
  • चक्रीय हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच कम से कम एक द्विबंध या त्रिबंध होता है, उन्हें भी असंतृप्त हाइड्रोकार्बन माना जाता है, ऐसा एक उदाहरण साइक्लोपेन्टीन (C5H8) है।

हाइड्रोकार्बन के प्रकार

हाइड्रोकार्बन दो प्रकार के होते हैं:

  • संतृप्त हाइड्रोकार्बन
  • असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

संतृप्त हाइड्रोकार्बन

ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमे कार्बन- कार्बन के मध्य एकल बंध पाया जाता है, संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। संतृप्त हाइड्रोकार्बन का सामान्य सूत्र CnH2n+2 और सामान्य नाम – एल्केन होता है। इनका नाम लिखते समय इनके अंत में  “ane” लगाते है।

जैसे – मेथेन, एथेन, प्रोपेन, ब्यूटेन इत्यादि।

असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमे प्रत्येक कार्बन- कार्बन के मध्य या किन्ही दो कार्बनों के मध्य द्विबंध या त्रिबंध पाया जाता है, असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते है।

असंतृप्त हाइड्रोकार्बन दो प्रकार के होते हैं:

1.द्विबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

2.त्रिबन्धयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

द्विबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

वे हाइड्रोकार्बन जिनमे किन्ही दो कार्बन के मध्य द्विबंध पाया जाता है, द्विबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। द्विबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन का सामान्य सूत्र -CnH2n और इसका सामान्य नाम – एल्कीन होता है। नाम लिखते समय इनके अंत में “ene” लगाते हैं।

जैसे- एथीन ,प्रोपीन, ब्युटीन, पेन्टीन इत्यादि।

त्रिबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन

ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमे किन्ही दो कार्बन के मध्य त्रिबंध पाया जाता है, त्रिबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। त्रिबंधयुक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन का सामान्य सूत्र -CnH2n-2 और सामान्य नाम – एल्काइन(alkyne) होता है। नाम लिखते समय इनके अंत में “yne” लगाते हैं।

जैसे- एथाइन , प्रोपाइन, ब्यूटाइन, पेंटाइन  इत्यादि।

अभ्यास प्रश्न

  • एल्केन का सामान्य सूत्र क्या है ?
  • असंतृप्त हाइड्रोकार्बन क्या हैं ?
  • संतृप्त हाइड्रोकार्बन अभिक्रिया क्या है ?