हॉवर्थ संरचना: Difference between revisions
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रसायन विज्ञान में, हॉवर्थ प्रक्षेपण एक सरल त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य है जो- मोनोसेकेराइड की चक्रीय संरचना बनाने के लिए एक संरचनात्मक सूत्र लिखने का सामान्य तरीका है। [[ग्लूकोज]] संरचना का हॉवर्थ प्रतिनिधित्व ग्लूकोज यौगिकों की आणविक संरचना का त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य देता है। ग्लूकोज की संरचना का प्रतिनिधित्व करने के लिए, प्रक्षेपण के कई तरीकों का उपयोग किया जाता है। जिसमें से दो मुख्य हैं: | |||
* फिशर प्रक्षेपण | |||
* हॉवर्थ प्रक्षेपण | |||
'''''हॉवर्थ प्रक्षेपण''''' रासायनिक यौगिकों को लिखने और प्रस्तुत करने का एक आसान तरीका है। यह प्रक्षेपण विभिन्न यौगिकों की चक्रीय संरचना को समझने में मदद करता है। अणुओं की संरचना का प्रतिनिधित्व करने की यह विधि अणुओं की संरचना को त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य देती है। हॉवर्थ प्रक्षेपण पहली बार ब्रिटिश रसायनज्ञ नॉर्मन हॉवर्थ द्वारा दिया गया था। विभिन्न अणुओं के लिए हॉवर्थ प्रक्षेपण की विशेषताएं निम्नलिखित हैं: कार्बन सामान्यतः सभी कार्बनिक यौगिकों में पाया जाने वाला सबसे सामान्य परमाणु है। | |||
[[File:Glucose equilibrium.svg|thumb|हॉवर्थ संरचना]] | |||
संरचना अणुओं का हॉवर्थ प्रक्षेपण पहली बार ब्रिटिश रसायनज्ञ नॉर्मन हॉवर्थ द्वारा उपयोग किया गया था। विभिन्न अणुओं के लिए हॉवर्थ प्रक्षेपण की विशेषताएं निम्नलिखित हैं: | |||
कार्बन सभी कार्बनिक यौगिकों में पाया जाने वाला सबसे सामान्य [[परमाणु]] है। उदाहरण के लिए, एक कार्बन परमाणु को हॉवर्थ प्रक्षेपण में क्रमांकित किया जा सकता है। वह कार्बन जिस पर क्रम संख्या 1 दी गई है उस कार्बन 1 को एनोमेरिक कार्बन के रूप में जाना जाता है। | |||
कार्बन की तरह, हाइड्रोजन भी प्रकृति में व्यापक रूप से पाया जाता है। अतिरिक्त हाइड्रोजन परमाणुओं को हॉवर्थ के आणविक संरचना की संयोजकता पूरी करने के लिए रखा जाता है। | |||
== कार्बोहाइड्रेट् == | |||
कार्बोहाइड्रेट् वह कार्बनिक पदार्थ हैं जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन व आक्सीजन उपस्थित होते है। इसमें हाइड्रोजन व आक्सीजन का अनुपात जल के समान होता है। कुछ [[कार्बोहाइड्रेट]] हमारे शरीर को उर्जा प्रदान करते हैं। यह शरीर मे शक्ति उत्पन्न करने का प्रमुख स्रोत है। शरीर को शक्ति और गर्मी प्रदान करने के लिए यह वसा की भांति कार्य करता है। कार्बोहाइड्रेट का वसा की अपेक्षा शरीर मे जल्दी पाचन होता है। | |||
जैसे - मण्ड, शर्करा, ग्लूकोज़, ग्लाइकोजेन | |||
रासायनिक रुप से कार्बोहाइड्रेट पॉलीहाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड या पॉलीहाइड्रॉक्सी कीटोन होते हैं इनके जल अपघटन से पॉलीहाइड्रॉक्सी [[एल्डिहाइड]] या पॉलीहाइड्रॉक्सी [[कीटोन]] प्राप्त होता है। | |||
==कार्बोहाइर्डेट के मुख्य कार्य== | |||
*कार्बोहाइर्डेट का मुख्य कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना होता है। | |||
*यह शरीर को शक्ति प्रदान करता है। | |||
*यह जन्तुओं तथा मनुष्यों में ग्लूकोज और [[ग्लाइकोजन]] के रूप में ऊर्जा का भंडार करते हैं। | |||
*जंतुओं तथा पौधों में भोजन ग्लाइकोजन तथा स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं। | |||
*यह शरीर को ऊष्मा प्रदान करता है। | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* हॉवर्थ संरचना क्या है ? | |||
* एनोमेरिक कार्बन किसे कहते हैं ? |
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रसायन विज्ञान में, हॉवर्थ प्रक्षेपण एक सरल त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य है जो- मोनोसेकेराइड की चक्रीय संरचना बनाने के लिए एक संरचनात्मक सूत्र लिखने का सामान्य तरीका है। ग्लूकोज संरचना का हॉवर्थ प्रतिनिधित्व ग्लूकोज यौगिकों की आणविक संरचना का त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य देता है। ग्लूकोज की संरचना का प्रतिनिधित्व करने के लिए, प्रक्षेपण के कई तरीकों का उपयोग किया जाता है। जिसमें से दो मुख्य हैं:
- फिशर प्रक्षेपण
- हॉवर्थ प्रक्षेपण
हॉवर्थ प्रक्षेपण रासायनिक यौगिकों को लिखने और प्रस्तुत करने का एक आसान तरीका है। यह प्रक्षेपण विभिन्न यौगिकों की चक्रीय संरचना को समझने में मदद करता है। अणुओं की संरचना का प्रतिनिधित्व करने की यह विधि अणुओं की संरचना को त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य देती है। हॉवर्थ प्रक्षेपण पहली बार ब्रिटिश रसायनज्ञ नॉर्मन हॉवर्थ द्वारा दिया गया था। विभिन्न अणुओं के लिए हॉवर्थ प्रक्षेपण की विशेषताएं निम्नलिखित हैं: कार्बन सामान्यतः सभी कार्बनिक यौगिकों में पाया जाने वाला सबसे सामान्य परमाणु है।
संरचना अणुओं का हॉवर्थ प्रक्षेपण पहली बार ब्रिटिश रसायनज्ञ नॉर्मन हॉवर्थ द्वारा उपयोग किया गया था। विभिन्न अणुओं के लिए हॉवर्थ प्रक्षेपण की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
कार्बन सभी कार्बनिक यौगिकों में पाया जाने वाला सबसे सामान्य परमाणु है। उदाहरण के लिए, एक कार्बन परमाणु को हॉवर्थ प्रक्षेपण में क्रमांकित किया जा सकता है। वह कार्बन जिस पर क्रम संख्या 1 दी गई है उस कार्बन 1 को एनोमेरिक कार्बन के रूप में जाना जाता है।
कार्बन की तरह, हाइड्रोजन भी प्रकृति में व्यापक रूप से पाया जाता है। अतिरिक्त हाइड्रोजन परमाणुओं को हॉवर्थ के आणविक संरचना की संयोजकता पूरी करने के लिए रखा जाता है।
कार्बोहाइड्रेट्
कार्बोहाइड्रेट् वह कार्बनिक पदार्थ हैं जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन व आक्सीजन उपस्थित होते है। इसमें हाइड्रोजन व आक्सीजन का अनुपात जल के समान होता है। कुछ कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर को उर्जा प्रदान करते हैं। यह शरीर मे शक्ति उत्पन्न करने का प्रमुख स्रोत है। शरीर को शक्ति और गर्मी प्रदान करने के लिए यह वसा की भांति कार्य करता है। कार्बोहाइड्रेट का वसा की अपेक्षा शरीर मे जल्दी पाचन होता है।
जैसे - मण्ड, शर्करा, ग्लूकोज़, ग्लाइकोजेन
रासायनिक रुप से कार्बोहाइड्रेट पॉलीहाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड या पॉलीहाइड्रॉक्सी कीटोन होते हैं इनके जल अपघटन से पॉलीहाइड्रॉक्सी एल्डिहाइड या पॉलीहाइड्रॉक्सी कीटोन प्राप्त होता है।
कार्बोहाइर्डेट के मुख्य कार्य
- कार्बोहाइर्डेट का मुख्य कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना होता है।
- यह शरीर को शक्ति प्रदान करता है।
- यह जन्तुओं तथा मनुष्यों में ग्लूकोज और ग्लाइकोजन के रूप में ऊर्जा का भंडार करते हैं।
- जंतुओं तथा पौधों में भोजन ग्लाइकोजन तथा स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं।
- यह शरीर को ऊष्मा प्रदान करता है।
अभ्यास प्रश्न
- हॉवर्थ संरचना क्या है ?
- एनोमेरिक कार्बन किसे कहते हैं ?