विसिनल हैलाइड: Difference between revisions
From Vidyalayawiki
No edit summary |
No edit summary |
||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:हैलोएल्केन तथा हैलोएरीन]][[Category:रसायन विज्ञान]] | [[Category:हैलोएल्केन तथा हैलोएरीन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:कार्बनिक रसायन]] | ||
विसिनल डाइहैलाइड वे यौगिक हैं जिनमें [[हैलोजन]] परमाणु निकटवर्ती कार्बन परमाणुओं से जुड़े होते हैं। हैलोजन के साथ [[एल्कीन]] या [[एल्काइन]] की अतिरिक्त अभिक्रिया से विसिनल डाइहैलाइड प्राप्त होते हैं। विसिनल डाइहैलाइड कार्बनिक [[यौगिक]] होते हैं जिनमें दो हैलोजन परमाणु (जैसे [[क्लोरीन]], ब्रोमीन, या आयोडीन) होते हैं जो एक [[अणु]] में आसन्न कार्बन परमाणुओं से बंधे होते हैं। इन यौगिकों को प्रायः उनकी अभिक्रियाशीलता के कारण कार्बनिक रसायन विज्ञान अभिक्रियाओं में सिंथेटिक मध्यवर्ती के रूप में उपयोग किया जाता है। वे कार्बनिक यौगिकों की एक विस्तृत श्रृंखला बनाने के लिए विभिन्न प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं से गुजर सकते हैं। | |||
[[File:Synthesis of alkenes from vicinal dihalides2.png|thumb|विसिनल डाइहैलाइड]] | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* विसिनल डाइहैलाइड का सूत्र बताइये। | |||
* विसिनल डाइहैलाइड किस प्रकार के यौगिक हैं ? |
Latest revision as of 13:13, 31 May 2024
विसिनल डाइहैलाइड वे यौगिक हैं जिनमें हैलोजन परमाणु निकटवर्ती कार्बन परमाणुओं से जुड़े होते हैं। हैलोजन के साथ एल्कीन या एल्काइन की अतिरिक्त अभिक्रिया से विसिनल डाइहैलाइड प्राप्त होते हैं। विसिनल डाइहैलाइड कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनमें दो हैलोजन परमाणु (जैसे क्लोरीन, ब्रोमीन, या आयोडीन) होते हैं जो एक अणु में आसन्न कार्बन परमाणुओं से बंधे होते हैं। इन यौगिकों को प्रायः उनकी अभिक्रियाशीलता के कारण कार्बनिक रसायन विज्ञान अभिक्रियाओं में सिंथेटिक मध्यवर्ती के रूप में उपयोग किया जाता है। वे कार्बनिक यौगिकों की एक विस्तृत श्रृंखला बनाने के लिए विभिन्न प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं से गुजर सकते हैं।
अभ्यास प्रश्न
- विसिनल डाइहैलाइड का सूत्र बताइये।
- विसिनल डाइहैलाइड किस प्रकार के यौगिक हैं ?