अनिषेकफलक फल: Difference between revisions
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अनिषेकफलक या पार्थेनोकार्पी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें फल का विकास बिना निषेचन के होता है।इसलिए फल बीजरहित होता है।पार्थेनोकार्पी के कारण विकसित फल को अनिषेकफलक फल (पार्थेनोकार्पिक फल) कहा जाता है जिसमें भ्रूणपोष और भ्रूण का अभाव होता है, और परिणामस्वरूप, कोई बीज नहीं होता है।इस प्रकार उत्पादित फल सामान्य फल जैसा दिखता है लेकिन बीज रहित होता है। अनानास, केला, ककड़ी, अंगूर, संतरा, अंगूर की किस्में प्राकृतिक रूप से होने वाले पार्थेनोकार्पी का उदाहरण हैं। |
Revision as of 19:56, 18 November 2023
अनिषेकफलक या पार्थेनोकार्पी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें फल का विकास बिना निषेचन के होता है।इसलिए फल बीजरहित होता है।पार्थेनोकार्पी के कारण विकसित फल को अनिषेकफलक फल (पार्थेनोकार्पिक फल) कहा जाता है जिसमें भ्रूणपोष और भ्रूण का अभाव होता है, और परिणामस्वरूप, कोई बीज नहीं होता है।इस प्रकार उत्पादित फल सामान्य फल जैसा दिखता है लेकिन बीज रहित होता है। अनानास, केला, ककड़ी, अंगूर, संतरा, अंगूर की किस्में प्राकृतिक रूप से होने वाले पार्थेनोकार्पी का उदाहरण हैं।