किसी बहुपद के शून्यकों और गुणांकों में सम्बंध: Difference between revisions
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== द्विघात बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध<ref>{{Cite book |title=MATHEMATICS (NCERT) |isbn=81-7450-634-9 |edition='REVISED' |pages=18-22}}</ref> == | == द्विघात बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध<ref>{{Cite book |title=MATHEMATICS (NCERT) |isbn=81-7450-634-9 |edition='REVISED' |pages=18-22}}</ref> == | ||
यदि <math>\alpha</math> और <math>\beta</math> द्विघात बहुपद <math>p(x)=ax^2+bx+c</math> के शून्यक हैं , जहाँ <math>a,b,c</math> वास्तविक संख्याएं है एवं <math>a\neq0</math> हैं , और <math>(x-\alpha)</math> | यदि <math>\alpha</math> और <math>\beta</math> द्विघात बहुपद <math>p(x)=ax^2+bx+c</math> के शून्यक हैं , जहाँ <math>a,b,c</math> वास्तविक संख्याएं है एवं <math>a\neq0</math> हैं , और <math>(x-\alpha)</math> , <math>(x-\beta)</math> ; <math>p(x)</math> के गुणनखंड हैं , | ||
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<math>=</math> ( अचर पद / <math>x^2</math> का गुणांक ) [ बहुपद <math>x^2+7x+10</math> को <math>p(x)=ax^2+bx+c</math> से तुलना करने पर ] | <math>=</math> ( अचर पद / <math>x^2</math> का गुणांक ) [ बहुपद <math>x^2+7x+10</math> को <math>p(x)=ax^2+bx+c</math> से तुलना करने पर ] | ||
द्विघात बहुपद <math>x^2+7x+10</math> के शून्यक <math>-2,-5</math> होंगे । | |||
== घन बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध == | == घन बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध == |
Revision as of 11:04, 23 September 2023
इस इकाई में हम बहुपद के शून्यको तथा उसके गुणांकों के बीच संबंध को जानेंगे , तो आईए सबसे पहले हम बहुपद के शून्यको के बारे में जानते हैं । किसी बहुपद में यदि तो को बहुपद का शून्यक कहा जाता है , जहां एक वास्तविक संख्या होगी । बहुपद का शून्यक ज्ञात करने के लिए हम उस बहुपद को शून्य के बराबर रखते हैं और उसमें चर का मान ज्ञात करते हैं। चर का मान बहुपद का शून्यक या मूल कहलाता हैं जो बहुपद की घात पर निर्भर करता है। यदि बहुपद की घात है तो एक शून्यक होगा और यदि घात है तो दो शून्यक होंगे । किसी बहुपद में चर से गुणा की जाने वाली वास्तविक संख्या को उसका गुणांक कहा जाता है ।
रैखिक बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध
यदि , का एक शून्यक है ,
अर्थात,
अतः , रैखिक बहुपद का शून्यक है ।
(अचर पद) / का गुणांक
इस प्रकार, एक रैखिक बहुपद का शून्यक उसके गुणांकों से संबंधित होता है।
द्विघात बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध[1]
यदि और द्विघात बहुपद के शून्यक हैं , जहाँ वास्तविक संख्याएं है एवं हैं , और , ; के गुणनखंड हैं ,
, जहां एक अचर पद हैं ,
और अचर पद के गुणांकों की दोनों पक्षों पर तुलना करने पर ,
, ,
अतः हमें प्राप्त होता है कि ,
शून्यकों का योग ( का गुणांक/ का गुणांक )
शून्यकों का गुणनफल ( अचर पद / का गुणांक )
इस प्रकार, एक द्विघात बहुपद का शून्यक उसके गुणांकों से संबंधित होता है ।
उदाहरण
द्विघात बहुपद के शून्यक ज्ञात कीजिए और शून्यकों और गुणांक के बीच संबंध सत्यापित करें ।
हल
हम बहुपद को रूप में निरूपित कर सकते हैं ।
इस प्रकार उपर्युक्त बहुपद के शून्यक होंगे । ( )
शून्यकों का योग
( का गुणांक/ का गुणांक ) [ बहुपद को से तुलना करने पर ]
शून्यकों का गुणनफल
( अचर पद / का गुणांक ) [ बहुपद को से तुलना करने पर ]
द्विघात बहुपद के शून्यक होंगे ।
घन बहुपद के शून्यकों और गुणांको में संबंध
यदि , , घन बहुपद के शून्यक हैं , जहाँ वास्तविक संख्याएं है एवं हैं ,
इस प्रकार, एक घन बहुपद का शून्यक उसके गुणांकों से संबंधित होता है ।
अभ्यास प्रश्न
- द्विघात बहुपद के शून्यक ज्ञात कीजिए और शून्यकों और गुणांक के बीच संबंध सत्यापित करें ।
- एक द्विघात बहुपद ज्ञात कीजिए , जिसके शून्यकों का योग और गुणनफल क्रमशः और हैं ।
- सिद्ध करें कि घन बहुपद के शून्यक हैं और शून्यकों और गुणांको के बीच संबंध को सत्यापित करें ।
संदर्भ
- ↑ MATHEMATICS (NCERT) ('REVISED' ed.). pp. 18–22. ISBN 81-7450-634-9.