ताप अपघटन: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
 
Line 1: Line 1:
[[Category:हाइड्रोकार्बन]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कार्बनिक रसायन]]
[[Category:हाइड्रोकार्बन]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कार्बनिक रसायन]]
उच्च एल्केन उच्च ताप पर गर्म करने पर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाता है। इसे ताप अपघटन या भंजन भी कहते हैं।
उच्च [[एल्केन]] उच्च ताप पर गर्म करने पर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाता है। इसे ताप अपघटन या भंजन भी कहते हैं।


<chem>C6H14 ->[773K] C6H12 + H2</chem>
<chem>C6H14 ->[773K] C6H12 + H2</chem>


निम्नतर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाती है यह प्रक्रिया ऊष्मा द्वारा होती है इस कारण इस प्रकार की अपघटनी प्रक्रिया को '''ताप अपघटन''' या '''भंजन''' कहते हैं। यह एक मुक्त मूलक अभिक्रिया है अर्थात बनने वाला उत्पाद एक मुक्त मूलक द्वारा प्राप्त होता है। पेट्रोल या केरोसिन तेल से प्राप्त तेल गैस या पेट्रोल गैस भी भंजन के द्वारा ही प्राप्त होती है।  
उच्च [[एल्केन]] निम्नतर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाती है यह प्रक्रिया ऊष्मा द्वारा होती है इस कारण इस प्रकार की अपघटनी प्रक्रिया को '''ताप अपघटन''' या '''भंजन''' कहते हैं। यह एक [[मुक्त मूलक]] अभिक्रिया है अर्थात बनने वाला उत्पाद एक मुक्त मूलक द्वारा प्राप्त होता है। पेट्रोल या केरोसिन तेल से प्राप्त तेल गैस या पेट्रोल गैस भी भंजन के द्वारा ही प्राप्त होती है।  


'''उदाहरण'''  
'''उदाहरण'''  


डोड़ेकेन एक किरोसिन तेल का घटक है जब डोड़ेकेन को पर प्लेटिनम, पैलेडियम या निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म किया जाता है तो हेप्टेन तथा पेंटीन का मिश्रण प्राप्त होता है।  
डोड़ेकेन एक किरोसिन तेल का घटक है जब डोड़ेकेन को पर प्लेटिनम, पैलेडियम या निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म किया जाता है तो हेप्टेन तथा पेंटीन का [[मिश्रण]] प्राप्त होता है।  


<chem>C12H26 ->[973K, Pt/Pd/Ni] C7H16 + C5H10</chem>
<chem>C12H26 ->[973K, Pt/Pd/Ni] C7H16 + C5H10</chem>
===भाप के साथ अभिक्रिया===
===भाप के साथ अभिक्रिया===
मेथेन की भाप के साथ निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।
मेथेन की भाप के साथ निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर [[कार्बन मोनोऑक्साइड]] और [[हाइड्रोजन]] गैस प्राप्त होती है।


<chem>CH4 + H2O ->[Ni] CO + 3H2</chem>
<chem>CH4 + H2O ->[Ni] CO + 3H2</chem>
===नियंत्रित ऑक्सीकरण===
===नियंत्रित ऑक्सीकरण===
वायु की उपस्थित तथा उच्च दाब पर उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थित में एल्केन को गर्म करने पर ऑक्सीकारक उत्पाद प्राप्त होता है।
वायु की उपस्थित तथा उच्च दाब पर उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थित में एल्केन को गर्म करने पर [[ऑक्सीकारक]] उत्पाद प्राप्त होता है।


<chem>2CH4 + O2->[Cu] 2CH3OH</chem>
<chem>2CH4 + O2->[Cu] 2CH3OH</chem>
===दहन===
===दहन===
एल्केन में वायु तथा डाइऑक्सीजन की उपस्थित में गर्म करने पर पूर्णतः ऑक्सीकृत करने पर कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनाते हैं और बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा निकलती है।
एल्केन में वायु तथा डाइऑक्सीजन की उपस्थित में गर्म करने पर पूर्णतः ऑक्सीकृत करने पर [[कार्बन डाइऑक्साइड]] और जल बनाते हैं और बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा निकलती है।


<chem>CH4(g) + 2O2(g) -> CO2(g) + 2H2O(l)</chem>
<chem>CH4(g) + 2O2(g) -> CO2(g) + 2H2O(l)</chem>


-△<sub>c</sub>H<sup>-</sup> = - 890 k jmol<sup>-1</sup>
-△<sub>c</sub>H<sup>-</sup> = - 890 k jmol<sup>-1</sup>
== अभ्यास प्रश्न ==
* एल्केन का सामान्य सूत्र क्या है ?
* हाइड्रोकार्बन की दहन अभिक्रिया क्या हैं ?
* ताप अपघटन अभिक्रिया क्या है ?

Latest revision as of 08:26, 25 May 2024

उच्च एल्केन उच्च ताप पर गर्म करने पर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाता है। इसे ताप अपघटन या भंजन भी कहते हैं।

उच्च एल्केन निम्नतर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाती है यह प्रक्रिया ऊष्मा द्वारा होती है इस कारण इस प्रकार की अपघटनी प्रक्रिया को ताप अपघटन या भंजन कहते हैं। यह एक मुक्त मूलक अभिक्रिया है अर्थात बनने वाला उत्पाद एक मुक्त मूलक द्वारा प्राप्त होता है। पेट्रोल या केरोसिन तेल से प्राप्त तेल गैस या पेट्रोल गैस भी भंजन के द्वारा ही प्राप्त होती है।

उदाहरण

डोड़ेकेन एक किरोसिन तेल का घटक है जब डोड़ेकेन को पर प्लेटिनम, पैलेडियम या निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म किया जाता है तो हेप्टेन तथा पेंटीन का मिश्रण प्राप्त होता है।  

भाप के साथ अभिक्रिया

मेथेन की भाप के साथ निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।

नियंत्रित ऑक्सीकरण

वायु की उपस्थित तथा उच्च दाब पर उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थित में एल्केन को गर्म करने पर ऑक्सीकारक उत्पाद प्राप्त होता है।

दहन

एल्केन में वायु तथा डाइऑक्सीजन की उपस्थित में गर्म करने पर पूर्णतः ऑक्सीकृत करने पर कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनाते हैं और बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा निकलती है।

-△cH- = - 890 k jmol-1

अभ्यास प्रश्न

  • एल्केन का सामान्य सूत्र क्या है ?
  • हाइड्रोकार्बन की दहन अभिक्रिया क्या हैं ?
  • ताप अपघटन अभिक्रिया क्या है ?