मिश्रण
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मिश्रण एक या एक से अधिक शुद्ध तत्वों या यौगिकों से मिलकर बना होता है। जब दो या दो से अधिक तत्वों या यौगिको को किसी भी अनिश्चित अनुपात या मात्रा में मिलाते है तो इस प्रकार बने पदार्थ को मिश्रण कहते है। जैसे – मिश्रण बनाने के लिए जल और चीनी को मिलाया जा सकता है। मिश्रण दो या दो से अधिक पदार्थों या यौगिकों का मिश्रण होता है। रसायन विज्ञान और भौतिकी में, यह माना जाता है कि मिश्रण के घटक एक दूसरे के साथ रासायनिक रूप से अभिक्रिया नहीं करते हैं। अर्थात प्रत्येक घटक अपनी पहचान और रासायनिक गुणों को बनाए रखता है। दो या दो से अधिक पदार्थों के आपस में मिलने से मिश्रण का निर्माण होता है ये समान मात्रा या भिन्न भिन्न मात्रा में हो सकते हैं।
"मिश्रण भौतिक रूप से दो या दो से अधिक घटकों से बना पदार्थ होता है, लेकिन उन पदार्थों के बीच कोई रासायनिक अभिक्रिया नहीं होती है।"
उदाहरण के लिए शर्करा और जल के मिश्रण से शरबत का निर्माण होता है। टूथपेस्ट, क्रीम, साबुन मिश्रण के उदाहरण हैं।
मिश्रण के प्रकार
मिश्रण निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं :
- समांगी मिश्रण
- विषमांगी मिश्रण
समांगी मिश्रण
समांगी मिश्रण - ऐसे मिश्रण जिनके अवयवी कणों को अलग-अलग नहीं देखा जा सकता है जैसे नमक के जलीय विलयन को नमक और जल में अलग अलग नहीं देखा जा सकता यह एक समांगी मिश्रण का उदाहरण है।
विषमांगी मिश्रण
विषमांगी मिश्रण ऐसे मिश्रण जिनके अवयवी कणों को अलग अलग देखा जा सकता है जैसे जल के ऊपर तेल डालने पर तेल ऊपर रह जाता है और जल नीचे बैठ जाता है जल और तेल को अलग-अलग कर सकते हैं अतः यह
एक विषमांगी मिश्रण है\
मिश्रण के गुण
- मिश्रण में डाले गए घटकों या पदार्थों को आसानी से अलग किया जा सकता है।
- मिश्रण में उपस्थित प्रत्येक घटक अपने रासायनिक गुणों को प्रदर्शित करता है।
- मिश्रण में घटकों की मात्रा किसी भी अनुपात में हो सकती है।
- मिश्रण बनाने वाले पदार्थ या घटक किसी भी अवस्था में हो सकते हैं यानी ठोस, तरल या गैसीय अवस्था में।
मिश्रण के घटकों का पृथक्करण
विषमांगी मिश्रण को साधारण भौतिक क्रिया द्वारा पृथक किया जा सकता है, जैसे हाथ से चुनकर, छन्नी से छानकर लेकिन कभी कभी मिश्रण से घटकों को पृथक करने क लिए विशेष तकनीकों को प्रयोग में लाया जा सकता है। मिश्रण में एक से अधिक पदार्थ (तत्व तथा यौगिक) किसी भी अनुपात में मिले होते हैं। मिश्रणों को पृथक करने के लिए उचित विधियों से शुद्ध पदार्थों में पृथककरण किया जा सकता है।
- वाष्पीकरण
- उर्ध्वपातन
- क्रोमैटोग्राफी
- प्रभाजी आसवन
- क्रिस्टलीकरण विधि
अभ्यास प्रश्न
- मिश्रण कितने प्रकार के होते हैं? उदाहरण द्वारा समझाइए।
- समांगी और विषमांगी मिश्रणों में अंतर् बताइये।
- मिश्रण के घटकों का पृथककरण किस प्रकार किया जायेगा ?