असंक्रामक रोग: Difference between revisions
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ये रोग ऐसे होते हैं जो रोगी व्यक्ति से किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्रत्यास अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संचरित नहीं होते। ऐसे रोगों के कारण कोई सूक्ष्म जीव नहीं होते वरन् किसी व्यक्ति में यह रोग विभिन्न कारणों, जैसे कुपोषण, हानिकारक पदार्थों के सेवन, अस्वस्थ वातावरणीय परिस्थितियों में निवास, शरीर में हॉरमोनों की कमी या अवांछनीय वृद्धि तथा आनुवंशिक विकृतियों से उत्पन्न होते हैं। जैसे मधुमेह (Diabetes), रक्ताल्पता, उच्च रक्त-दाब, वर्णान्धता (Night blindness), सूखा रोग (Marasmus), हृदयाघात (Heart attack), पक्षाघात (Paralysis), कैन्सर (Cancer) आदि। | ये रोग ऐसे होते हैं जो रोगी व्यक्ति से किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्रत्यास अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संचरित नहीं होते। ऐसे रोगों के कारण कोई सूक्ष्म जीव नहीं होते वरन् किसी व्यक्ति में यह रोग विभिन्न कारणों, जैसे कुपोषण, हानिकारक पदार्थों के सेवन, अस्वस्थ वातावरणीय परिस्थितियों में निवास, शरीर में हॉरमोनों की कमी या अवांछनीय वृद्धि तथा आनुवंशिक विकृतियों से उत्पन्न होते हैं। जैसे मधुमेह (Diabetes), रक्ताल्पता, उच्च रक्त-दाब, वर्णान्धता (Night blindness), सूखा रोग (Marasmus), हृदयाघात (Heart attack), पक्षाघात (Paralysis), कैन्सर (Cancer) आदि। | ||
स्वास्थ्य का अर्थ रोग की अनुपस्थिति या शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं है, अपितु यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। अच्छा स्वास्थ्य से अच्छी उत्पादकता होती है, जिससे आर्थिक सम्पन्नता बढ़ती है। स्वास्थ्य से आयुकाल भी बढ़ता है और मृत्युदर में कमी आती है। अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए संतुलित आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित व्यायाम अति आवश्यक है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए अतिप्राचीन काल से योग के अभ्यास को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। | [[स्वास्थ्य]] का अर्थ रोग की अनुपस्थिति या शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं है, अपितु यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। अच्छा स्वास्थ्य से अच्छी उत्पादकता होती है, जिससे आर्थिक सम्पन्नता बढ़ती है। स्वास्थ्य से आयुकाल भी बढ़ता है और मृत्युदर में कमी आती है। अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए संतुलित आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित व्यायाम अति आवश्यक है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए अतिप्राचीन काल से योग के अभ्यास को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। | ||
==अच्छे स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक== | ==अच्छे स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक== | ||
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*अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास | *अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास | ||
*उचित अपशिष्ट निपटान | *उचित अपशिष्ट निपटान | ||
*रोगवाहकों का नियंत्रण एवं खाने और पानी का संसाधनों | *रोगवाहकों का नियंत्रण एवं खाने और पानी का संसाधनों का स्वच्छ रखरखाव। | ||
=='''रोग'''== | =='''रोग'''== | ||
जब शरीर के एक या अधिक अंग सही से कार्य नहीं करते तो हम ये कह सकते हैं की शरीर में कोई '''रोग''' है। | जब शरीर के एक या अधिक अंग सही से कार्य नहीं करते तो हम ये कह सकते हैं की शरीर में कोई '''रोग''' है। | ||
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*असंक्रामक रोग | *असंक्रामक रोग | ||
===संक्रामक रोग=== | ===संक्रामक रोग=== | ||
कुछ बीमारियाँ शिथिलता या बीमारी के कारण नहीं होती हैं, बल्कि बाहरी स्रोतों से आपके शरीर में संचारित होती हैं। उन्हें संक्रामक रोग कहते हैं। संक्रामक रोग, जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वाइरस इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संचारित होते हैं उन्हें संक्रामक रोग कहते हैं। संक्रामक रोग बहुत सामान्य रोग है, ये बहुत आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। संक्रामक रोग प्रायः हल्के लक्षणों से शुरू होते हैं जो आगे तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए, संक्रामक रोग से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। कुछ संक्रामक रोग बहुत घातक होते हैं जैसे एड्स। | कुछ बीमारियाँ शिथिलता या बीमारी के कारण नहीं होती हैं, बल्कि बाहरी स्रोतों से आपके शरीर में संचारित होती हैं। उन्हें [[संक्रामक रोग|संक्रामक]] रोग कहते हैं। संक्रामक रोग, जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वाइरस इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संचारित होते हैं उन्हें संक्रामक रोग कहते हैं। संक्रामक रोग बहुत सामान्य रोग है, ये बहुत आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। संक्रामक रोग प्रायः हल्के लक्षणों से शुरू होते हैं जो आगे तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए, संक्रामक रोग से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। कुछ संक्रामक रोग बहुत घातक होते हैं जैसे एड्स। | ||
'''उदाहरण -''' मलेरिया, टायफायड, पोलियों, चेचक, इन्फ्लुएन्जा, खसरा, तपेदिक (टीबी), यौन संबंधी संक्रमण तथा एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशेयंसी सिंड्रोम) इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं। | '''उदाहरण -''' [[मलेरिया]], टायफायड, पोलियों, चेचक, इन्फ्लुएन्जा, खसरा, तपेदिक (टीबी), यौन संबंधी संक्रमण तथा एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशेयंसी सिंड्रोम) इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं। | ||
===असंक्रामक रोग=== | ===असंक्रामक रोग=== | ||
असंक्रामक रोग आपके शरीर में शिथिलता या किसी बीमारी के कारण होते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचारित नहीं होते हैं, अर्थात, वे संक्रामक नहीं होते हैं। असंक्रामक रोग रोगजनकों के कारण नहीं होते और इसलिए ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकते हैं। असंक्रामक रोगों के उदाहरणों में कैंसर, अल्जाइमर रोग और मिर्गी सम्मिलित हैं। कैंसर मानव जाति का हानिकारक असंक्रामक रोगों में से एक है जिसके कारण अधिक मृत्यु दर होती है। | असंक्रामक रोग आपके शरीर में शिथिलता या किसी बीमारी के कारण होते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचारित नहीं होते हैं, अर्थात, वे संक्रामक नहीं होते हैं। असंक्रामक रोग रोगजनकों के कारण नहीं होते और इसलिए ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकते हैं। असंक्रामक रोगों के उदाहरणों में [[कैंसर]], अल्जाइमर रोग और मिर्गी सम्मिलित हैं। कैंसर मानव जाति का हानिकारक असंक्रामक रोगों में से एक है जिसके कारण अधिक मृत्यु दर होती है। | ||
'''उदाहरण -''' कैंसर, मधुमेह , हृदय, हृदय और श्वसन रोग सभी असंक्रामक रोग हैं। | '''उदाहरण -''' कैंसर, मधुमेह , हृदय, हृदय और श्वसन रोग सभी असंक्रामक रोग हैं। |
Latest revision as of 21:09, 21 August 2024
ये रोग ऐसे होते हैं जो रोगी व्यक्ति से किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्रत्यास अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संचरित नहीं होते। ऐसे रोगों के कारण कोई सूक्ष्म जीव नहीं होते वरन् किसी व्यक्ति में यह रोग विभिन्न कारणों, जैसे कुपोषण, हानिकारक पदार्थों के सेवन, अस्वस्थ वातावरणीय परिस्थितियों में निवास, शरीर में हॉरमोनों की कमी या अवांछनीय वृद्धि तथा आनुवंशिक विकृतियों से उत्पन्न होते हैं। जैसे मधुमेह (Diabetes), रक्ताल्पता, उच्च रक्त-दाब, वर्णान्धता (Night blindness), सूखा रोग (Marasmus), हृदयाघात (Heart attack), पक्षाघात (Paralysis), कैन्सर (Cancer) आदि।
स्वास्थ्य का अर्थ रोग की अनुपस्थिति या शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं है, अपितु यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। अच्छा स्वास्थ्य से अच्छी उत्पादकता होती है, जिससे आर्थिक सम्पन्नता बढ़ती है। स्वास्थ्य से आयुकाल भी बढ़ता है और मृत्युदर में कमी आती है। अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए संतुलित आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित व्यायाम अति आवश्यक है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए अतिप्राचीन काल से योग के अभ्यास को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अच्छे स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक
- अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए संतुलित आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित व्यायाम
- अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास
- उचित अपशिष्ट निपटान
- रोगवाहकों का नियंत्रण एवं खाने और पानी का संसाधनों का स्वच्छ रखरखाव।
रोग
जब शरीर के एक या अधिक अंग सही से कार्य नहीं करते तो हम ये कह सकते हैं की शरीर में कोई रोग है।
रोग के प्रकार
रोग निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं:
- संक्रामक रोग
- असंक्रामक रोग
संक्रामक रोग
कुछ बीमारियाँ शिथिलता या बीमारी के कारण नहीं होती हैं, बल्कि बाहरी स्रोतों से आपके शरीर में संचारित होती हैं। उन्हें संक्रामक रोग कहते हैं। संक्रामक रोग, जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वाइरस इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संचारित होते हैं उन्हें संक्रामक रोग कहते हैं। संक्रामक रोग बहुत सामान्य रोग है, ये बहुत आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। संक्रामक रोग प्रायः हल्के लक्षणों से शुरू होते हैं जो आगे तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए, संक्रामक रोग से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। कुछ संक्रामक रोग बहुत घातक होते हैं जैसे एड्स।
उदाहरण - मलेरिया, टायफायड, पोलियों, चेचक, इन्फ्लुएन्जा, खसरा, तपेदिक (टीबी), यौन संबंधी संक्रमण तथा एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशेयंसी सिंड्रोम) इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं।
असंक्रामक रोग
असंक्रामक रोग आपके शरीर में शिथिलता या किसी बीमारी के कारण होते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचारित नहीं होते हैं, अर्थात, वे संक्रामक नहीं होते हैं। असंक्रामक रोग रोगजनकों के कारण नहीं होते और इसलिए ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकते हैं। असंक्रामक रोगों के उदाहरणों में कैंसर, अल्जाइमर रोग और मिर्गी सम्मिलित हैं। कैंसर मानव जाति का हानिकारक असंक्रामक रोगों में से एक है जिसके कारण अधिक मृत्यु दर होती है।
उदाहरण - कैंसर, मधुमेह , हृदय, हृदय और श्वसन रोग सभी असंक्रामक रोग हैं।
अभ्यास प्रश्न
- अच्छे स्वास्थ्य से क्या तात्पर्य है?
- अच्छे स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक बताइये।
- मलेरिया, टायफायड संक्रामक रोग हैं या असंक्रामक रोग हैं।