मलेरिया

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स्वास्थ्य शब्द का प्रयोग प्रायः हर कोई करता है। हम कैसे इसे परिभाषित करें? स्वास्थ्य का तात्पर्य केवल 'बीमारी की अनुपस्थिति' या 'शारीरिक उपयुक्तता' नहीं है I इसे संपूर्ण शारीरिक, मानसिक और मानसिक स्थिति के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। जब लोग स्वस्थ होते हैं, तो वे काम में अधिक कुशल होते हैं। इससे उत्पादकता बढ़ती है और आर्थिक समृद्धि आती है। स्वस्थ लोगों की आयु भी बढ़ती है और शिशु एवं मातृ मृत्यु दर आयु में कमी आती है। अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए, संतुलित आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता और नियमित व्यायाम बहुत महत्वपूर्ण हैं I शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए योग का अभ्यास प्राचीन काल से ही किया जाता रहा हैI

जब शरीर के एक या अधिक अंगों या प्रणालियों का कार्य करना प्रतिकूल रूप से प्रभावित होता है तब हम कहते हैं, कि हम स्वस्थ नहीं हैं यानि हमें कोई बीमारी है। रोग या बीमारियाँ को मोटे तौर पर- संक्रामक और गैर-संक्रामक में वर्गीकृत किया गया है। जो रोग आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचारित हो जाते हैं, संचारित होने वाले रोग संक्रामक रोग कहलाते हैं। संक्रामक बीमारियाँ बहुत सामान्य हैं और हम में से हर कोई इससे कभी न कभी पीड़ित हुआ है I

परिचय

मुख्य रूप से बारिश के मौसम में जल जमाव एवम भराव और अन्य कारणों के कारण मच्छरों की आबादी में अचानक वृद्धि होती है, और उनकी संख्या में वृद्धि के साथ, मलेरिया, डेंगू और चेकुन्गुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। इनमे से मलेरिया उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में व्यापक है जो भूमध्य रेखा के चारों ओर एक विस्तृत हैं। इसमें उप-सहारा अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका का अधिकांश भाग शामिल है। मलेरिया एक मच्छर जनित संक्रामक रोग है जो मनुष्यों और अन्य कशेरुकियों को प्रभावित करता है I आइए मलेरिया के बारे में और अधिक जानें-

कारक जीव

प्लाज्मोडियम

कुछ मानव रोग प्रोटोजोआ के कारण होते हैं। ये जन्तु अत्यन्तं सूक्ष्म और एककोशिकीय होते हैं। ये स्वतंत्रजीवी, सहजीवी, सहभोजी या परजीवी होते हैं। इनका जीवद्रव्य, बाह्यद्रव्य और अन्तः द्रव्य में विभेदित रहता है।नम वातावरण में रहते हैं, जैसे तालाब, दलदल और मिट्टी I सभी प्रोटोजोआ परपोषी होते हैं, इन के चार प्रमुख समूह निम्न है -

  • अमीबीय प्रोटोजोआ - एंटअमीबा
  • कशाभी प्रोटोज़ोआ - ट्रिपैनोसोमा
  • पक्ष्माभी प्रोटोजोआ - पेरामीशियम
  • स्पोरोजोआ - प्लाज़्मोडियम

प्लाज्मोडियम नामक प्रोटोजोअन मनुष्यों में मलेरिया का कारण बनता है। अलग-अलग प्लाज्मोडियम की प्रजातियाँ जैसे-

  • प्लाज्मोडियम विवैक्स
  • प्लाज्मोडियम मलेरिया
  • प्लाज्मोडियम ओवेल
  • प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम , विभिन्न प्रकार के मलेरिया करते हैं। इनमें से, सबसे गंभीर है और घातक मलेरिया, प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम द्वारा होता है।

वेक्टर

वेक्टर एक ऐसा रोगवाही जीवाणु होता है, जो बीमारी को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमित कर सकता है।

जीवन चक्र

लक्षण

इलाज

रोकथाम