दर स्थिरांक की इकाई
दर को सामान्यतः किसी मात्रा में परिवर्तन उस परिवर्तन को उत्पन्न करने के लिए आवश्यक समय के अनुपात के रूप में व्यक्त किया जाता है।
किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में एक पदार्थ दूसरे पदार्थ में कुछ परिस्थितियों और दिए गए समय में परिवर्तित होता है, उसे अभिक्रिया के वेग कहते हैं कोई भी अभिक्रिया कितनी जल्दी या धीरे घटित हो रही है और पूरी तरह घटित होने में कितना समय लेती है इस बात की गणना अभिक्रिया के वेग द्वारा की जाती है जिसे निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है।
"इकाई समय में अभिकारक या उत्पाद की सांद्रता में हुए परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया का वेग कहते है।"
जब कोई अभिक्रिया संपन्न होती है तो समय के साथ उस अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारकों की सांद्रता का मान समय के साथ कम होता जाता है अर्थात अभिकारक की सांद्रता समय के साथ कम होती जाती है।
अभिक्रिया की दर [A]a [B]b
अभिक्रिया की दर = k [A]a [B]b
जहाँ k = दर स्थिरांक
वेग स्थिरांक की इकाइयाँ
मोल(1-n) लीटर(n-1) सेकंड-1
1.) शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए n= 0
मोल(1-0) लीटर(0-1) सेकंड-1
मोल(1) लीटर(-1) सेकंड-1
2.) प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए n= 1
मोल(1-1) लीटर(1-1) सेकंड-1
मोल(0) लीटर(0) सेकंड-1
सेकंड-1
3.) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया के लिए n= 2
मोल(1-2) लीटर(2-1) सेकंड-1
मोल(-1) लीटर(1) सेकंड-1
मोल-1 लीटर सेकंड-1
उदाहरण: शून्य और प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की इकाई है: (AIEEE2002)
a) सेकंड-1, M सेकंड-1 b) सेकंड-1, M
c) M सेकंड-1, सेकंड-1 d) M, सेकंड-1
हल: मोल(1) लीटर(-1) सेकंड-1 (शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए)
सेकंड-1 (प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए)
M प्रदर्शित करता है मोल प्रति लीटर को
(c) सही है, M सेकंड-1, सेकंड-1
अभ्यास प्रश्न
- अभिक्रिया की कोटि को उदाहरण द्वारा समझाइये।
- शून्य कोटि की अभिक्रिया को उदाहरण द्वारा समझाइये।