पॉलिएस्टर

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यह द्वि कार्बोक्सिलिक अम्लों और डाइऑल के संघनन से उत्पाद प्राप्त होता है। पॉलीएस्टर का एक उदाहरण डेक्रॉन और टेरिलीन है। यह एथिलीन ग्लाइकॉल और टेरेफ्थेलिक अम्ल के मिश्नण को 420k से 460K ताप तक ज़िंक एसीटेट एंटिमनी ट्राइआक्साइड उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर पॉलीएस्टर प्राप्त होता है। टेरिलीन एक संश्लेषित बहुलक है जिसे एथिलीन ग्लाइकॉल और टेरेफ्थेलिक एसिड के बहुलकीकरण के माध्यम से तैयार किया जाता है। संघनन बहुलक में सामान्यतः दो द्विक्रियात्मक एकलक की पुनरावृत्ति होती है। इस बहुसंघनन अभिक्रियाओं से जल, एलकोहॉल, हाइड्रोजन क्लोराइडआदि अणु बाहर निकलते हैं इससे उच्च आणविक द्रव्यमान वाले संघनन बहुलक प्राप्त होते हैं।

उदाहरण - टेरिलीन

टेरिलीन

टेरिलीन एक संश्लेषित बहुलक है जिसे एथिलीन ग्लाइकॉल और टेरेफ्थेलिक एसिड के बहुलकीकरण के माध्यम से तैयार किया जाता है। यह एक प्रबल, इलास्टिक फाइबर है जो सिलवट के लिए प्रतिरोधी है और इसका उपयोग ज्यादातर कपड़ा उद्योग में किया जाता है। संघनन बहुलक में सामान्यतः दो द्विक्रियात्मक एकलक की पुनरावृत्ति होती है। इस बहुसंघनन अभिक्रियाओं से जल, एलकोहॉल, हाइड्रोजन क्लोराइडआदि अणु बाहर निकलते हैं इससे उच्च आणविक द्रव्यमान वाले संघनन बहुलक प्राप्त होते हैं।

टेरेफ्थेलिक एसिड

टेरीलीन के गुण

  • यह एक प्रबल फाइबर है, ब्लीचिंग या ड्राई क्लीनिंग एजेंटों का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
  • यह बहुत कम मात्रा में जल सोखता है, इसलिए यह जल्दी सूख जाता है और इसे आसानी से धोया भी जा सकता है।
  • टेरीलीन अपनी उच्च तन्यता शक्ति के कारण घर्षण प्रतिरोधी है।
  • टेरीलीन उच्च तापमान पर स्थाई होता है।
  • अधिकांश कार्बनिक विलायकों में यह अम्ल और क्षार के प्रति प्रतिरोधी है।
  • टेरीलीन एक सिंथेटिक पॉलिएस्टर कपड़ा है जो ऊन के साथ मिलकर टेरीवूल के नाम से जाना जाता है।

टेरीलीन के उपयोग

  • टेरिलीन फाइबर का उपयोग पॉलिएस्टर ट्राइकॉट निट के रूप में किया जाता है।
  • इसका उपयोग प्लास्टिक की बोतलें बनाने में किया जाता है।
  • इसका उपयोग विभिन्न कपड़ा उद्योगों में भी किया जाता है।
  • कपड़े धोने के उद्देश्य से टेरीलीन का उपयोग स्वचालित कपड़े वैक्यूम पैकेजिंग मशीन के रूप में भी किया जाता है।

फीनॉल - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक (बैकेलाइट और सम्बंधित बहुलक)

फीनॉल - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक अत्यधिक पुराने संश्लिष्ट बहुलक है। यह संघनन बहुलक से प्राप्त होते हैं। इसमें अम्ल एवं क्षार उत्प्रेरक की उपस्थित में फॉर्मेल्डिहाइड प्राप्त होती है। फॉर्मेल्डिहाइड के साथ गर्म करने पर नोवोलेक तिर्यक बंध बनाकर एक दुर्गलनीय ठोस प्राप्त होता है जिसे बैकेलाइट कहते हैं। यह एक ताप दृढ़ बहुलक होता है। बैकेलाइट बनाते समय नोवोलेक बहुलक की लम्बाई आपस में तिर्यक आबंध से बनती हैं।

बैकेलाइट

बैकेलाइट का उपयोग

  • बैकेलाइट का उपयोग कंघी बनाने में किया जाता है।
  • यह विभिन्न बर्तनों के हतथे बनाने में किया जाता है।
  • यह वैधुत स्विच बनाने में प्रयोग किया जाता है।

मेलैमीन - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक

मेलैमीन - फॉर्मेल्डिहाइड के संघनन बहुलकन द्वारा प्राप्त होता है। इसका उपयोग अभंजनीय बर्तनों के निर्माण में किया जाता है।

मेलैमीन - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक

अभ्यास प्रश्न

  • टेरिलीन से आप क्या समझते हैं ?
  • फीनॉल - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक (बैकेलाइट और सम्बंधित बहुलक) से आप क्या समझते हैं ?
  • मेलैमीन - फॉर्मेल्डिहाइड बहुलक से आप क्या समझते हैं ?