पॉलीएमाइड

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पॉलीएमाइड एक प्रकार का बहुलक है जो एमाइड नामक एकलक के आपस में जुड़ने से प्राप्त होता है। यह प्राकृतिक तथा कृत्रिम दोनो रूपों में पाया जाता है। एक ही प्रकार की कई मोनोमर इकाईयों से बनने वाले बहुलक को होमोपॉलीमर कहते हैं। जैसे पॉलीस्टायरीन का एकमात्र मोनोमर स्टायरीन ही है। अलग अलग प्रकार की मोनोमर इकाईयों से बनने वाले बहुलक को कोपॉलीमर कहते हैं। जैसे इथाइल-विनाइल-एसीटेट भिन्न प्रकार के मोनोमरों से बनता है। यह एक संघनन बहुलक है इस प्रकार के बहुलकन में एमाइड बंध युक्त बहुलक संश्लिष्ट रेशे से प्राप्त होता है, इन्हे नायलॉन जाता है। इनके विरचन से संघनन बहुलक प्राप्त होता है जो नॉन लिखित हैं:

  • नायलॉन 6, 6
  • नायलॉन 6

उदाहरण

सिल्क, प्रोटिन, ऊन तथा नाइलान।

नायलॉन 6, 6

हेक्सा मेथिलीनडाइऐमीन एवं एडीपिक अम्ल के उच्च दाब और ताप पर संघनन करने पर नायलॉन 6, 6 प्राप्त होता है। इसका उपयोग शीट कवर बनाने में और ब्रश के शूकों को बनाने में किया जाता है।

नायलॉन 6, 6  रेशे बनाने वाले ठोस है। रेशे का तनन सामर्थ्य बहुत अधिक होता है इसमें प्रबल हाइड्रोजन बंध होता है।

नायलॉन 6

नायलॉन 6, जिसे पॉलिएमाइड 6 के रूप में भी जाना जाता है, यह एक सिंथेटिक बहुलक है जो पॉलियामाइड के परिवार से संबंधित है। इसके अनुकूल गुणों के कारण इसका उपयोग सामान्यतः विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है। यह कैप्रोलैक्टम को जल के साथ उच्च ताप पर गर्म करके प्राप्त किया जाता है यह एक संघनन बहुलक है।

नायलॉन 6 के संश्लेषण में कैप्रोलैक्टम का बहुलकीकरण किया जाता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है। नायलॉन 6 के निर्माण का रासायनिक समीकरण इस प्रकार है:

कैप्रोलैक्टम → नायलॉन 6

आणविक संरचना

नायलॉन 6 एक पॉलिएमाइड है, जिसका अर्थ है कि इसकी आणविक संरचना में कई मोनो एमाइड के आपस में मिलने से बनता है। यह कैप्रोलैक्टम के बहुलकीकरण द्वारा बनता है, जो छह कार्बन परमाणुओं वाला एक चक्रीय एमाइड है।

गुण

  • यांत्रिक गुण: नायलॉन 6 अपनी उच्च तन्यता के लिए जाना जाता है।
  • थर्मल गुण: इसमें अपेक्षाकृत उच्च गलनांक होता है, जो इसे उच्च तापमान का सामना करने की अनुमति देता है।
  • रासायनिक प्रतिरोध: नायलॉन 6 कई रसायनों के प्रति प्रतिरोधी है, जो इसे विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाता है।

अनुप्रयोग

कपड़ा: नायलॉन 6 का व्यापक रूप से कपड़ा उद्योग में कपड़े, होजरी और कालीन सहित कपड़े के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है।

इंजीनियरिंग प्लास्टिक: इसकी उच्च यांत्रिक शक्ति नायलॉन 6 को गियर, बीयरिंग और अन्य घटकों के उत्पादन में उपयोग किए जाने वाले इंजीनियरिंग प्लास्टिक के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाती है।

फिलामेंट्स और फाइबर: अपनी मजबूती और लोच के कारण, नायलॉन 6 का उपयोग ब्रश और ब्रिसल्स जैसे अनुप्रयोगों के लिए फिलामेंट्स और फाइबर का उत्पादन करने के लिए किया जाता है।

अभ्यास प्रश्न

  • नायलॉन 6 से आप क्या समझते हैं ?
  • बहुलक से आप क्या समझते है ?
  • बहुलक कितने प्रकार के होते हैं ?
  • नायलॉन 6,6 को समझिये।