सरल गणितीय सूत्रों का परिचय - भारती कृष्ण तीर्थ
प्रस्तुत सूत्र.1911 और 1918 के बीच जगद्गुरु स्वामी श्री भारती कृष्ण तीर्थजी महाराज द्वारा विकसित सूत्र हैं।
स्वामीजी गोवर्धन मठ, जगन्नाथ पुरी और साथ ही द्वारका, गुजरात (1884-1960) के शंकराचार्य थे।[1]
स्वामीजी ने सोलह गणितीय सूत्रों और उनके उपसूत्रों का एक संग्रह विकसित किया था। ये एकल-पंक्ति सूत्र संस्कृत में समझने और याद रखने में आसान होती हैं। कई अलग-अलग गणितीय संक्रियाओं को हल करने के लिए प्रत्येक सूत्र पर आवेदन किया जा सकता है।
यह सूत्र 'कठिन' समस्याओं या बड़ी जोड़/राशि को बहुत शीघ्र हल करने में सहायक होते हैं और गणना मानसिक रूप से की जा सकती है या इसमें एक या दो प्रक्रियाएँ संलिप्त हो सकते हैं।
सूत्रों की सूची
यहाँ सूत्रों और उप-सूत्रों की सूची इस प्रकार दी गई है।
क्रमिक संख्या | सूत्र | उप-सूत्र |
---|---|---|
1 | एकाधिकेन पूर्वेण
एकाधिकेन पूर्वेण |
अनुरूपयेन
आनुरूप्येण |
2 | निखिलं नवतश्चरामम दशा:
निखिलं नवतश्चरमं दशतः |
शिष्यते शेषसंज्ञ:
शिष्यते शेषसंज्ञः |
3 | ऊर्ध्वतिर्यग्भ्याम
ऊर्ध्वतिर्यग्भ्याम् |
आद्यमाद्येनान्त्यमन्त्येन
आद्यमाद्येनान्त्यमन्त्येन |
4 | परावर्त्य योजायेत्
परावर्त्य योजयेत् |
केवलैः सप्तकं गुणायत
केवलैः सप्तकं गुण्यात् |
5 | शून्यं संयम मुच्चये
शून्यं साम्यसमुच्चये |
वेष्टनम
वेष्टनम् |
6 | (अनुरूपये) शून्यमन्यत्
(आनुरूप्ये) शून्यमन्यत् |
यावदूनम तवदूनम
यावदूनं तावदूनम् |
7 | संकलनव्यवकलनाभ्याम
संकलनव्यवकलनाभ्याम् |
यावदूनम तवदूनीकृत्य वर्गम च योजनायेत्
यावदूनं तावदूनीकृत्य वर्गं च योजयेत् |
8 | पूर्णापूर्णाभ्याम
पूरणापूरणाभ्याम् |
अन्त्ययोर्दशके'पि
अन्त्ययोर्दशकेऽपि |
9 | चलनकलानाभ्याम
चलनकलनाभ्याम् |
अंत्ययोरेवा
अन्त्ययोरेव |
10 | यावदूनम
यावदूनम् |
समुच्चयगुणित:
समुच्चयगुणितः |
11 | व्यष्टिसमष्टि:
व्यष्टिसमष्टिः |
लोपनस्थापनाभ्याम
लोपनस्थापनाभ्याम् |
12 | शेषान्यंकेन कारमेण
शेषाण्यङ्केन चरमेण |
विलोकनम
विलोकनम् |
13 | सोपान्त्यद्वयमन्त्यम्
सोपान्त्यद्वयमन्त्यम् |
गुणितसमुच्चय: समग्रगुणित:
गुणितसमुच्चयः समुच्चयगुणितः |
14 | एकन्यूनेन पूर्वेन
एकन्यूनेन पूर्वेण |
|
15 | गुणितसमुच्चय:
गुणितसमुच्चयः |
|
16 | गुणकसमुच्चय:
गुणकसमुच्चयः |
यह भी देखें
Introduction to Simple Mathematical Formulae by Bhārati Kṛṣṇa Tīrtha
संदर्भ
- ↑ "सिंघल, वंदना (2007)। वैदिक गणित सभी उम्र के लिए - एक शुरुआती गाइड। दिल्ली: मोतीलाल बनारसीदास. पृष्ठ XV ISBN 978-81-208-3230-5।"(Singhal, Vandana (2007). Vedic Mathematics For All Ages - A Beginners' Guide. Delhi: Motilal Banarsidass. pp. XV. ISBN 978-81-208-3230-5..)