सोडियम हाइड्रॉक्साइड (कास्टिक सोडा)
कास्टिक सोडा एक क्षारीय लवण है जिसे लाइम भी कहा जाता है। इसका सामान्य नाम सोडियम हाइड्रॉक्साइड है। यह नाम जानवरों और पौधों के ऊतकों पर इस लवण की संक्षारक प्रकृति के कारण दिया गया है। इसमें अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड का रासायनिक सूत्र NaOH है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड कमरे के तापमान पर एक सफेद, ठोस पदार्थ है।
यह पानी में अत्यधिक घुलनशील है और हवा से नमी को आसानी से अवशोषित कर लेता है। कास्टिक सोडा के उपयोग की एक विस्तृत श्रृंखला है। इसका उपयोग पेपरमेकिंग, साबुन, डाई, रेयान, एल्युमिनियम, पेट्रोलियम रिफाइनिंग, कॉटन फैब्रिक फिनिशिंग, कोल टार उत्पादों के शुद्धिकरण के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण, लकड़ी प्रसंस्करण और मशीनरी उद्योग में किया जाता है।
रंग | रंगहीन |
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दृश्यता | पारदर्शी |
घनत्व | 2.130 ग्राम / सेमी³ |
गलनांक | 318.4 डिग्री |
क्वथनांक | 1390 डिग्री |
क्षारीयता: इसकी प्रबल क्षारीय प्रकृति के कारण, सोडियम हाइड्रॉक्साइड का उपयोग अम्ल को बेअसर करने के लिए किया जा सकता है। जब यह अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो जल और लवण बनाता है।
रासायनिक गुण
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड एक प्रबल क्षार है, जिसका अर्थ है कि यह जल में घुलकर हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) और सोडियम आयन (Na+) देता है।
- यह अत्यधिक संक्षारक है और त्वचा और आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए इसे सावधानी से संभालना चाहिए।
- जल में घुलने पर यह ऊष्माक्षेपी रूप से अभिक्रिया करता है (ऊष्मा निकालता है)।
कास्टिक सोडा के गुण
- यह एक सफेद रंग का ठोस है।
- इसका गलनांक 591K है।
- यह एक स्थाई यौगिक है।
- NaOH कड़वा होता है।
- यह जल में अत्यधिक घुलनशील और एल्कोहल में कम घुलनशील होता है।
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड अत्यधिक क्षारीय प्रकृति का होता है।
कास्टिक सोडा का उपयोग
- इसका उपयोग ब्लीचिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
- इसका उपयोग वाशिंग सोडा के निर्माण में किया जाता है ।
- कभी-कभी प्रयोगशालाओं में सोडियम हाइड्रॉक्साइड का उपयोग अभिकर्मक के रूप में भी किया जाता है।
- इसका उपयोग सोडा लाइम बनाने में किया जाता है।
- इसका उपयोग बॉक्साइट को शुद्ध करके एल्यूमीनियम के निष्कर्षण में किया जाता है।
अभ्यास प्रश्न
- कास्टिक सोडा से क्या तात्पर्य है ?
- कास्टिक सोडा के गुण बताइये।
- क्षार धातुओं से हाइड्रोजन गैस का निर्माण कैसे होता है ?