हार्डी-वेनबर्ग सिद्धांत
हार्डी-वेनबर्ग नियम जनसंख्या आनुवंशिकी का एक सिद्धांत है जिसे हार्डी तथा वेनबर्ग दोनो ने स्वतंत्र रूप से पेश किया है। इस नियम के अनुसार एक आदर्श जनसंख्या में विभिन्न एलील और जीनोटाइप की आवृत्तियाँ पीढी दर पीढी अपरिवर्तित रहतीं हैं। यह नियम उन्हीं जनसंख्याओं पर पूर्णतः लागू होगा जो इन सिद्धांत का पालन करतीं हैं। हार्डी-वेनबर्ग प्रमेय केवल तभी लागू होता है जब जनसंख्या निम्नलिखित मान्यताओं के अनुरूप हो: प्राकृतिक विकल्प प्रश्नगत स्थान पर प्रकट नहीं होता है। न तो उत्परिवर्तन और न ही प्रवास (लोगों और उनके जीनों का जनसंख्या में या उससे बाहर जाना) जनसंख्या में नए एलील पेश कर रहा है।
हार्डी-वेनबर्ग सिद्धांत
- कोई उत्परिवर्तन नहीं होगा। चूंकि कोई उत्परिवर्तन नहीं होता, इसलिए कोई नया एलील नहीं बनाया जा रहा है।
- कोई भी आबादी न तो आबादी में प्रवेश करेगी और न ही आबादी से बाहर जाएगी।
- प्रश्नगत जनसंख्या बड़ी है।
- व्यक्ति अपने साथी का चयन जीनोटाइप के आधार पर नहीं करते, इसलिए संभोग यादृच्छिक रूप से किया जाता है।
- जनसंख्या में प्रत्येक व्यक्ति को प्रजनन का समान अवसर प्राप्त है क्योंकि इसमें कोई प्राकृतिक चयन नहीं है।
हार्डी वेनबर्ग सिद्धांत के लिए मान्यताएँ
- केवल लैंगिक प्रजनन ही संभव हो सकता है।
- संभोग की प्रक्रिया यादृच्छिक है।
- जनसंख्या का आकार अनिश्चित रूप से बड़ा है।
- संस्थाएं द्विगुणित होती हैं।
- लिंग के आधार पर ऐलील आवृत्तियों की समानता।
- जीन प्रवाह, चयन, उत्परिवर्तन, प्रवास या मिश्रण का कोई निशान नहीं।
हार्डी वेनबर्ग समीकरण
हार्डी-वेनबर्ग समीकरण इस प्रकार है-
1 = P2 + 2PQ + Q2
जहाँ P और Q विभिन्न प्रकार के एलील्स की आवृत्ति को दर्शाते हैं।
P2 = समयुग्मीय प्रभावी जीनोटाइप की आवृत्ति।
Q2 = समयुग्मीय अप्रभावी जीनोटाइप की आवृत्ति।
इस समीकरण का उपयोग एलील्स की आवृत्ति की गणना करने के लिए किया जाता है।
अभ्यास प्रश्न
- हार्डी वेनबर्ग से आप क्या समझते हैं ?
- हार्डी वेनबर्ग समीकरण लिखिए।